जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की अगवानी की तैयारी पूरी कर ली गई है। पर्याप्त मात्रा में राशन केदारपुरी पहुंचा दिया गया है और यात्रियों के रहने की समुचित व्यवस्था की गई है इसके लिए 300 टेंट लगाए गए हैं और स्थानीय युवाओं को 250 टेंट लगाने की अनुमति दी गई है। 9 मई से केदारनाथ धाम के कपाट खुल जाएंगे।
10 स्थानों पर अलाव के भी इंतजाम किए गए हैं और दवाइयों का पर्याप्त इंतजाम कर लिया गया है। विद्युत, पेयजल और संचार सेवा को बहाल कर दिया गया है। बीएसएनएल व अन्य निजी कंपनियों ने भी अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं।
केदारनाथ पैदल मार्ग पर हिमस्खलन का खतरा : उत्तराखंड के केदारनाथ यात्रा पैदल मार्ग के 4 स्थानों पर 20 फुट से अधिक बर्फ कटने से हिमस्खलन का खतरा है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि यहां सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। भैरवनाथ मंदिर के रास्ते से बर्फ हटा दी गई है। ऐसा माना जा रहा है कि कपाट खुलने वाले दिन बड़ी संख्या में यात्रियों के केदारनाथ पहुंचने की संभावना है।