आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने पार्टी के विधायकों के साथ सोमवार की सुबह एक बैठक की और उनसे कहा कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित नगर निकायों के अधिकारियों द्वारा दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में चलाए जा रहे अतिक्रमणरोधी अभियान का विरोध करते हुए जेल जाने के लिए तैयार रहना चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से अतिक्रमणरोधी अभियान चलाया जा रहा है, उनकी पार्टी उसके खिलाफ है। उन्होंने कहा कि विभिन्न अनधिकृत कॉलोनी में करीब 50 लाख लोग रहते हैं, झुग्गी-बस्ती में 10 लाख लोग रहते हैं और वहीं 3 लाख ऐसे लोग हैं कि जिन्होंने अपने मकानों के छज्जे निश्चित सीमा से अधिक बाहर निकाल रखे हैं या मकान में अन्य बदलाव किए हैं, जो मूल नक्शे से अलग है।
उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि 63 लाख लोगों के मकान तथा दुकानों को बुलडोजर की मदद से गिराया जाएगा। आजाद भारत में होने वाली यह सबसे बड़ी तबाही होगी। आम आदमी पार्टी (आप) अतिक्रमण के खिलाफ है और चाहती है कि दिल्ली खूबसूरत दिखे, लेकिन इसके लिए 63 लाख लोगों के मकानों तथा दुकानों को तोड़ना बर्दाशत नहीं किया जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि पिछले 15 साल से भाजपा दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में सत्ता में है और पैसे ले रही है। 18 मई को उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है। क्या आपके पास इतना बड़ा फैसला करने का संवैधानिक अधिकार है? चुनाव होने दें और जीतने वाली पार्टी को फैसला करने दें। सभी को पता है कि इस बार एमसीडी में आप ही आएगी। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि आप अतिक्रमण की समस्या का समाधान निकालेगी और विभिन्न अवैध कॉलोनी में रहने वाले लोगों को मालिकाना अधिकार मिलेगा।