केरल में जहां एक तरफ निपाह वायरस का डर है वहीं इस खतरनाक जानलेवा बीमारी से लड़ने वाली नर्स लिनी की कुर्बानी पर गर्व भी है। लिनी को अब न सिर्फ केरल बल्कि पूरे भारत और दुनियाभर के चिकित्सासेवा क्षेत्र में हीरो की तरह देखा जा रहा है। सभी लोग लिनी के सेवा भाव की प्रशंसा कर रहे हैं है जिसमें उन्होंने नर्सिंग के कर्तव्य को पूरा करते-करते अपना जीवन की ही आहुति दे दी।
केरल के पर्यटन मंत्री कदाकमपल्ली सुरेंद्रन ने लिनी की मौत पर संवेदना व्यक्त करते हुए फेसबुक पर लिनी का आखिरी पत्र शेयर किया जो उन्होंने अपने पति के लिए लिखा था, 'मुझे नहीं लगता कि अब मैं तुमसे मिल पाऊंगी। प्लीज हमारे बच्चों की देखभाल करना। उन्हें अपने साथ गल्फ (खाड़ी देश) ले जाओ, और हमारे पिता की तरह बिल्कुल अकेले मत रहना।'