एक अधिकारी ने कहा कि केन्द्र और राज्य लोगों को बिजली की बचत वाले एलईडी बल्ब का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इनकी बिक्री भी सब्सिडी वाली दरों पर की जा रही है। यह देखने में आ रहा है कि लोग परंपरागत ट्यूबलाइट को छोड़ने को तैयार नहीं हैं, जिनकी रोशनी एलईडी बल्ब और सीएफएल से अच्छी होती है।
एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) के क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक कोकाते ने कहा कि लोग ट्यूबलाइट के स्थान पर एलईडी बल्ब का इस्तेमाल करने से कतराते हैं। इस तरह की शिकायतें हैं कि एलईडी बल्ब 7 वॉट के हैं, लेकिन बड़े कमरों में ट्यूबलाइट की भी जरूरत पड़ती है। ऐसे में हमने एलईडी ट्यूब पेश करने का फैसला किया है। (भाषा)