LoC पर खतरा : सेना के कमांडर ने दी चेतावनी- पाक 250 आतंकियों को करा सकता है घुसपैठ

रविवार, 27 दिसंबर 2020 (18:19 IST)
श्रीनगर। सर्दियों का मौसम शुरू होने के साथ ही अपने अंदरूनी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा (LoC) के पास तनाव बढ़ाने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। यह बात यहां सेना के एक शीर्ष कमांडर ने कही।
 
सेना की 15वीं कोर के मुखिया लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा कि इस तरह की रिपोर्ट हैं कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में ‘लांच पैड’ पर 200 से 250 आतंकवादी मौजूद हैं, जो घुसपैठ की फिराक में हैं। सामरिक रूप से महत्वपूर्ण यह कोर नियंत्रण रेखा के आसपास निगरानी बनाए रखने और दूरवर्ती क्षेत्रों में आतंकवाद से निपटने के लिए जिम्मेदार है।
 
सेना के शीर्ष कमांडर ने हाल में संपन्न जिला विकास परिषद् चुनावों के बारे में भी बात की और कहा कि वे खुश हैं कि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हुए और लोग जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को मजबूत करने की खातिर वोट देने के लिए निकले। नियंत्रण रेखा पर सर्दियों में कम ऊंचाई वाले इलाकों से घुसपैठ के बारे में उन्होंने कहा कि इस तरह की लगातार खबरें आ रही हैं कि पीओके में 200 से 250 आतंकवादी घुसपैठ की फिराक में हैं।
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उन्होंने कहा कि वे घुसपैठ के लिए खराब मौसम का इस्तेमाल करने का प्रयास करेंगे लेकिन सुरक्षा बल कश्मीर में एलओसी से सीधे घुसपैठ और पीर पंजाल के दक्षिण इलाकों से घुसपैठ पर नजर बनाए हुए हैं। एलओसी पर तैनाती पुख्ता है और कई स्तर पर निगरानी उपकरण लगे हुए हैं।
 
सेना के कमांडर ने कहा कि अंदरूनी मुद्दों से अपने लोगों का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान सर्दियों के मौसम में भी आतंकवादियों की घुसपैठ कराकर या संघर्षविराम उल्लंघन कर सीमा पर तनाव बढ़ा सकता है। दोनों स्थितियों में हम तैयार हैं और इस तरह के किसी भी दुसाहस का करारा जवाब देंगे।
 
सेना के शीर्ष अधिकारी अंदरूनी राजनीतिक अशांति का जिक्र उस घटना के लिए कर रहे हैं जिसमें 11 राजनीतिक दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने इमरान खान सरकार को अगले वर्ष 31 जनवरी तक इस्तीफा देने का समय दिया है।
जैश-ए-मोहम्मद के 4 सदस्य गिरफ्तार : जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में रविवार को आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनमें से एक पूर्व पुलिसकर्मी भी शामिल है।
 
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने जिले के हयातपोरा इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया।
 
उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान एक वाहन ने भागने का प्रयास किया लेकिन उसे रोक लिया गया। कार सवारों ने विरोध करने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें काबू कर लिया।
 
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से एक की पहचान पूर्व एसपीओ अल्ताफ हुसैन के रूप में हुई है। अन्य तीन की पहचान शबीर अहमद भट, जमशीद मगरे और जाहिद डार के रूप में हुई है।
 
हुसैन इस साल की शुरुआत में पुलिस बल छोड़ कर फरार हो गया था। वह जहांगीर नामक व्यक्ति के साथ दो एके-47 राइफल लेकर फरार हुआ था। जहांगीर पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।
 
प्रवक्ता ने बताया कि आगे की जांच में पता चला कि समूह प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा है और इलाके में विध्वंसकारी गतिविधियों को अंजाम देने की मंशा से सक्रिय था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों के कब्जे से हथियारों के साथ अन्य सामग्री बरामद हुई है।
 
मंदिर पर हमले का प्रयास विफल : जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एक मंदिर पर हमले के संभावित प्रयास को विफल करते हुए सुरक्षाबलों ने चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे छह ग्रेनेड बरामद किये हैं। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
 
पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रमेश कुमार अंग्राल ने बताया कि यह सफलता तब मिली जब शनिवार को रात करीब आठ बजे मेंढर सेक्टर में बसूनी के निकट वाहन तलाशी के दौरान स्थानीय पुलिस के विशष अभियान समूह (एसओजी) ने 49 राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों के साथ मिलकर दो भाइयों--मुस्तफा इकबाल और मुर्तजा इकबाल को हिरासत में लिया। दोनों गलहुटा गांव के रहने वाले हैं।

अधिकारी ने कहा कि बसूनी में 49 राष्ट्रीय राइफल्स के बटालियन मुख्यालय में उनसे पूछताछ की गई। उन्होंने कहा कि पूछताछ में पाया गया कि मुस्तफा को एक पाकिस्तानी नंबर से कॉल आया था।
 
अधिकारी ने कहा कि सख्ती से पूछताछ करने पर उसने कबूला कि उसे अरी गांव में एक मंदिर पर ग्रेनेड फेंकने का काम सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि उसके मोबाइल में एक वीडियो मिला है जिसमें बताया गया है कि ग्रेनेड का इस्तेमाल कैसे करना है।
 
अंग्राल ने बताया कि बाद में तलाशी के दौरान उसके घर से छह ग्रेनेड और अब तक अज्ञात रहे संगठन जेएंडके गजनवी फोर्स के कुछ पोस्टर बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि दो और संदिग्ध बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के समीप डाबी गांव से गिरफ्तार किए गए हैं।  
 
गजनवी फोर्स के 2 आतंकवादी गिरफ्तार : सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने रविवार को पुंछ जिले के मेंढर इलाके में गजनवी फोर्स के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया।
 
रक्षा सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर सेना और पुलिस ने संयुक्त अभियान छेड़ा था। इसी दौरान मेंढर इलाके में गलुथा हारनी के समीप दो आतंकवादियों को विस्फोटकों के साथ गिरफ्तार किया गया। 
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उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आतंकवादी जम्मू कश्मीर गजनवी फोर्स समूह से जुड़े हैं। इन आतंकवादियों की गिरफ्तारी से उस स्थानीय समूह का खुलासा भी हुआ है जो नशीले पदार्थों की तस्करी में संलिप्त है। इनके ठिकानों से हथियार और विस्फोटक सामग्री की बरामदगी के लिए तलाश अभियान जारी है। (भाषा)

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