सदन की कार्यवाही जैसे ही सुबह 11 बजे समवेत हुई, कांग्रेस सदस्यों ने सबरीमाला मंदिर का मुद्दा उठाया। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उन्हें शून्यकाल में मामला उठाने की अनुमति दी, जिसके बाद वे अपनी सीट पर बैठ गए। इस बीच अन्नाद्रमुक और तेदेपा के सदस्य हाथों में तख्तियां लेकर अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंच गए। वे जोर-जोर से नारेबाजी कर रहे थे।
श्रीमती महाजन ने हंगामा कर रहे सदस्यों को समझाने की कोशिश की। सदस्यों के नहीं मानने पर उन्होंने शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की। कुछ सदस्यों ने कुछ पूरक प्रश्न भी पूछे, लेकिन अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कागज के टुकड़े हवा में उछालने शुरू कर दिए।
श्रीमती महाजन ने उन्हें आगाह किया कि वे ऐसा न करें अन्यथा उन्हें उन सभी को भी निलंबित करना पड़ेगा, लेकिन वे नहीं माने और कागज के टुकड़े उछालने का क्रम जारी रखा। शोर-शराबा बढ़ता देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।