उन्होंने कहा कि हम शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़े थे, इसलिए हम अभी भी शिव सैनिक हैं और हमारे पास दो तिहाई बहुमत है, ऐसे में विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल हमें अयोग्य नहीं ठहरा सकते। उन्होंने कहा कि उन्हें जिरवाल की नोटिस स्वीकार नहीं है और वह इसके खिलाफ अदालत में जायेंगे। पार्टी ने बैठक के लिए व्हिप जारी किया था लेकिन व्हिप बैठक के लिए नहीं बल्कि विधानसभा में मतदान के समय उपयोग किया जाता है, इसलिए उनका व्हिप जारी करना गलत था।