हाथरस भगदड़ कांड का मुख्‍य आरोपी देवप्रकाश मधुकर पुलिस के शिकंजे में

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 5 जुलाई 2024 (23:27 IST)
main accused in Hathras stampede case Madhukar arrested: हाथरस भगदड़ कांड के मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर को अन्तत: उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हादसे के दिन से ही फरार चल रहे मधुकर पर पुलिस ने एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा की थी। नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। ALSO READ: हाथरस भगदड़ मामले में SIT ने अब तक दर्ज किए 90 बयान, 121 लोगों की हो गई थी मौत
 
बताया जाता है कि देव प्रकाश के नाम से से भोले बाबा के सत्संग के आयोजन की अनुमति ली गई थी। इसीलिए पुलिस ने उसे मुख्‍य आरोपी बनाया था। मधुकर के वकील एके सिंह ने बताया कि मधुकर अपना इलाज करा रहा था। उसने सरेंडर किया है। मधुकर पर पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। मधुकर को शनिवार को हाथरस कोर्ट में पेश किया जाएगा। ALSO READ: राहुल गांधी की आंखों में आंसू, क्या बोला हाथरस हादसे का पीड़ित?
 
क्या कहते हैं मधुकर के पड़ोसी : पड़ोसियों का कहना है कि मधुकर कनिष्ठ अभियंता के रूप में काम करता था और नारायण साकार हरि एवं भोले बाबा के नाम से जाने जाने वाले सूरजपाल का कट्टर अनुयायी भी था। सिकंदरा राऊ इलाके के दमादपुरा की न्यू कॉलोनी स्थित उसके दो मंजिला घर का दौरा किया तो मुख्य दरवाजे पर ताला लटका मिला। ALSO READ: हाथरस भगदड़ मामले में 6 गिरफ्तार, मुख्य आरोपी पर 1 लाख का इनाम
 
यह मुख्य रूप से दलित इलाका है और भगदड़ स्थल फुलराई गांव से इस क्षेत्र तक पहुंचने में बमुश्किल पांच मिनट लगते हैं। सिकंदरा राऊ स्टेशन के सामने स्थित न्यू कॉलोनी के निवासी इस बात पर बंटे हुए हैं कि क्या वास्तव में मधुकर की गलती की वजह से भगदड़ मची। भोले बाबा के दो जुलाई के 'सत्संग' का 'मुख्य सेवादार' मधुकर पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी में एकमात्र नामजद आरोपी है। ALSO READ: हाथरस के गुनहगार भोले बाबा को क्या बचा रही सियासत?, धीरेंद्र शास्त्री और प्रदीप मिश्रा के दरबार की तरह सियासी दिग्गज लगाते थे हाजिरी
 
बाबा बच गया : पड़ोस में रहने वाले कानून के छात्र अखिलेश को लगता है कि मधुकर को मुख्य आरोपी के रूप में मामले में झूठा फंसाया जा रहा है, जबकि बाबा बच गया है। अखिलेश ने कहा कि क्या वह (मधुकर) सभी लोगों को 'सत्संग' के लिए बुलाने उनके घर गया था? बाबा की वजह से लोग आए थे, लेकिन वह मौके से भाग गया। हालांकि, सभी लोग मधुकर के समर्थक नहीं हैं।
 
उसके पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने कहा कि जब आप सरकारी अधिकारियों या पुलिस को कार्यक्रम स्थल के अंदर जाने की अनुमति नहीं देंगे तथा आपके स्वयंसेवक सोचते हैं कि वे कुछ भी कर सकते हैं, तो आप और क्या उम्मीद करते हैं। इसी तरह एक अन्य महिला ने कहा कि आप सरकारी अधिकारियों या पुलिस को कार्यक्रम स्थल के अंदर जाने की अनुमति क्यों नहीं देते? क्या इसका मतलब यह नहीं है कि आप कुछ छिपा रहे हैं? (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra singh Jhala

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