सुश्री बनर्जी ने नेताजी की 121वीं जयंती के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद कहा, हम यह जानने के बेहद उत्सुक हैं कि 1940 में गुमशुदा होने के बाद उनके साथ क्या हुआ। उनके लापता होने और उसके बाद उनके साथ क्या हुआ, इस रहस्य को उजागर करने के लिए हमें कुछ करना होगा।
उन्होंने कहा कि देश के लोगों को नेताजी के लापता होने की सच्चाई को जानना चाहिए और वह यह नहीं मानतीं कि नेताजी की मौत 18 अगस्त 1945 को ताईवान के ताईहोकु में हुई थी। सुश्री बनर्जी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर स्वामी विवेकानंद और नेताजी की जयंती 12 जनवरी तथा 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किए जाने का आग्रह किया है। (वार्ता)