उन्होंने कहा, संयोग से दुनिया में बहुत कम तानाशाही व्यवस्थाएं हैं। अगर तानाशाही होती तो भी प्रौद्योगिकी के चलते यह नामुमकिन होगा। जेटली ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस समय में और अधिक से अधिक लोगों को आकर्षित करने के लिए गुणवत्ता के साथ समझौता हो रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें लंबी दौड़ में भरोसा है और जो सर्वश्रेष्ठ है, वह सफल होगा।