दरअसल, एक उग्रवादी नेता ने एनआईए कोर्ट में हलफनामे के साथ एक पत्र जमा किया है, जो कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को 2019 में लिखा गया था। इसमें दोनों नेताओं (राम माधव और सरमा) के साथ बैठक होने और चुनाव जीतने में मदद करने की बात कही गई है।
कांग्रेस नेता डॉ. अजय कुमार ने आरोप लगाया कि मणिपुर में हिंसा के दौरान आर्मरी से हथियार लूटे नहीं गए, बल्कि पुलिस द्वारा एक तरह से दिए गए थे। उन्होंने कहा कि उग्रवादियों को 5 लाख गोलियां और हथियार दिए गए। उन्होंने मीडिया से सवाल किया कि क्या इस बारे में भाजपा से सवाल नहीं करोगे? उन्होंने कहा कि देश जल रहा, देश टूट रहा है। कुमार ने कहा कि भाजपा विधायक अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन उनसे मिलने भी कोई नहीं जा रहा है।
गौरतलब है कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद झड़पें हुई थीं। इसके घटना के बाद से राज्य में मेइती और कुकी समुदाय के लोगों के बीच हुई जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी।