जेटली ने कहा कि सातवें वेतन आयोग ने 53 तरह के भत्तों को बंद करने की सिफारिश की थी, लेकिन सरकार ने इनमें से 12 भत्तों को जारी रखने का निर्णय किया है। इससे विभिन्न विभागों, मंत्रालयों के एक लाख से अधिक कर्मचारियों को लाभ होगा।
आयोग ने कैशियर, साइकिल, मसाले, फ्लाइंग स्क्वाड, हेयरकट, धुलाई, साबुन, वर्दी, सतर्कता जैसे भत्तों को बंद करने या विलय करने की सिफारिश की थी।
अशोक लवासा की अगुवाई वाली समिति ने 27 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट वित्त मंत्री अरुण जेटली को सौंपी। 28 अप्रैल को वित्त मंत्रालय ने कहा कि कुछ भत्तों जो केंद्र सरकार के कर्मचारियों और विशिष्ट कर्मचारी वर्गों पर लागू हैं, उनमें संशोधन का सुझाव दिया गया है। लवासा समिति द्वारा विशिष्ट कर्मचारी श्रेणियों में रेलवे, डॉक्टर, वैज्ञानिक, रक्षाकर्मी और नर्स को शामिल किया गया।