मोदी ने आकाशवाणी पर प्रसारित 'मन की बात' के माध्यम से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि आस्था के इस महापर्व में उगते सूर्य की उपासना और डूबते सूर्य की पूजा का सन्देश अद्वितीय संस्कार से भरा है। दुनिया तो उगने वालों को पूजने में लगी रहती है लेकिन छठ-पूजा हमें, उनकी आराधना करने का भी संस्कार देती है जिनका डूबना भी निश्चित है।'
सूर्य वंदना के इस त्योहार को पर्यावरण संरक्षण, रोग निवारण व अनुशासन का पर्व बताते हुए मोदी ने कहा कि यह प्रकृति और प्रकृति की उपासना से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। जीवन में स्वच्छता के महत्व की अभिव्यक्ति भी इस त्योहार में समाई हुई है। (वार्ता)