उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर हम अपनी पृथ्वी की समृद्ध जैव-विविधता के संरक्षण की अपनी प्रतिज्ञा दोहराते हैं। आइए हम सामूहिक रूप से वनस्पतियों और जीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करें जिनसे पृथ्वी फल-फूल रही है। उन्होंने लिखा कि काश, आगामी पीढ़ियों के लिए हम एक बेहतर धरती बना पाएं।
मोदी ने अपने हाल के 'मन की बात' कार्यकम का एक वीडियो भी शेयर किया जिसमें उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम जैव-विविधता है, जो आज के हालात में खासतौर से प्रासंगिक है। लॉकडाउन के कारण बीते कुछ हफ्तों में जीवन की गति जरूर कुछ धीमी पड़ी लेकिन इसने हमें हमारे आसपास प्रकृति की समृद्ध विविधता या जैव-विविधता पर आत्मनिरीक्षण का एक अवसर भी दिया।
उन्होंने कहा कि वायु एवं ध्वनि प्रदूषण की वजह से पक्षियों की कई प्रजातियां एक तरह से लुप्त हो गई थीं लेकिन इतने वर्षों बाद लोग अपने घरों में वो सुमधुर कलरव फिर सुन सकते हैं। प्रधानमंत्री ने बरसात का पानी बचाने की भी अपील करते कहा कि बारिश के पानी के संरक्षण के परंपरागत तरीके बहुत ही आसान हैं और उनकी मदद से हम पानी को बचा सकते हैं।