अपने आवास पर यहां पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि जनसंख्या विस्फोट मजहब की नहीं, मुल्क की मुसीबत है। मजहब को सुरक्षा कवच बनाकर इस मुसीबत को और बढ़ाना न देश के हित में है और न ही समाज के हित में।
उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण जाति व समुदाय के लिए नहीं बल्कि देश के लिए एक चुनौती है और हम सब को मिलकर इसके समाधान का रास्ता चुनना होगा। दुनिया के तमाम देशों द्वारा जनसंख्या नियंत्रण के प्रभावी उपायों के सकारात्मक परिणाम आए हैं। उन देशों के लोगों द्वारा जनसंख्या नियंत्रण में सरकारों और व्यवस्था को पूरा साथ दिया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अल्लाह की मेहरबानी के बहाने अनलिमिटेड परेशानी के ठिकाने बनाना चाहते हैं।(भाषा)