उन्होंने कहा कि हमारे पास उस व्यक्ति के बारे में सोचने का वक्त नहीं है जिसका अपना कोई जनाधार नहीं है। हमारे पास ढेर सारा काम है और उसे यथाशीघ्र करने की जरूरत है। अन्य तृणमूल नेता और राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य फरहाद हकीम ने रॉय को अगले विधानसभा चुनाव में तृणमूल सरकार को अपदस्थ करने का सपना नहीं देखने की सलाह दी क्योंकि यह उनके लिए दुःस्वप्न साबित होगा।
उन्होंने कहा कि वह गद्दार हैं जिन्होंने पश्चिम बंगाल के लोगों के साथ विश्वासघात किया। वे तृणमूल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे। हमारी पार्टी की कमान ममता के हाथों में है। सपना देखना अच्छा है, उसमें कोई नुकसान नहीं है, लेकिन उनके सपने कहीं दुःस्वप्न में बदल नहीं जाएं। तृणमूल कांग्रेस में लंबे समय तक दूसरे नंबर के नेता रहे रॉय कल भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल की जनता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विकल्प चाहती है और वे अगले चुनाव में भाजपा के पक्ष में वोट देगी। (भाषा)