नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि जन-धन योजना में गरीबों द्वारा करीब 65 हजार करोड़ रुपया बैंकों में जमा हुआ है। एक प्रकार से यह गरीब की ये बचत है, जो आने वाले दिनों में उसकी ताकत है।
डॉ. अवस्थी ने बतौर शोधकर्ता वित्तीय समावेश में दिलचस्पी दिखाते हुए प्रधानमंत्री से पूछा था कि 2014 में जन-धन योजना के शुरू होने के बाद क्या आप यह कह सकते हैं कि 3 साल बाद भारत वित्तीय रूप से अधिक सुरक्षित और मजबूत हो गया है और इससे हुआ सशक्तीकरण और लाभ गांवों तथा छोटे शहरों की महिलाओं, किसानों और कामगारों को मिला है?
उन्होंने कहा कि जब किसी के हाथ में, जेब में या घर में रुपए होते हैं, तो वह अपव्यय करने लगता है, लेकिन उनमें अब विवेक जागृत हुआ है और उन्हें यह बोध होने लगा है कि उनकी बचत बच्चों के काम आ सकती है। इतना ही नहीं, जो गरीब अपने जेब में रुपे देखता है तो अमीरों की बराबरी में अपने आपको पाता है कि उनके जेब में अगर क्रेडिट कार्ड है, तो मेरी जेब में भी रुपे है। इससे उसे सम्मान का भाव महसूस करता है। (वार्ता)