निवेशकों को मोदी का न्योता, कहा-आपकी तकनीक और हमारा कौशल दुनिया बदल सकता है

गुरुवार, 26 सितम्बर 2019 (00:51 IST)
न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले 5 साल में भारत के 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का विश्वास जताते हुए वैश्विक निवेशकों से भारत में निवेश करने का आह्वान किया। भारत के निवेश के माहौल के सकारात्मक पहलुओं को गिनाते हुए मोदी ने इन्वेस्टर्स के कहा कि आपकी उम्मीदें और हमारे सपने पूरी तरह मिलते हैं। भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा कि आपकी तकनीक और हमारा कौशल दुनिया को बदल सकता है।
 
मोदी ने बुधवार को यहां ब्लूमबर्ग बिजनेस समिट में निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के साथ ‘पार्टनरशिप’ के लिए यह पूरे विश्व के कारोबारियों के लिए सुनहरा मौका है।
 
यदि आप बड़े बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो भारत आइए। यदि आप आधुनिक ‘ट्रेंड’ और ‘फीचर’ को सराहने वाले बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो भारत आइए। यदि आप बड़े बाजार के साथ स्टार्टअप में निवेश करना चाहते हैं तो भारत आइए। यदि आप दुनिया की सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा पारिस्थितिकी में निवेश करना चाहते हैं तो भारत आइए।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपने शहरों का तेजी से आधुनिकीकरण कर रहा है और उन्हें अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी तथा नागरिकों के अनुकूल बुनियादी ढांचे से लैस कर रहा है। इसलिए, यदि आप शहरीकरण में निवेश करना चाहते हैं तो भारत आइये। हमने अपने रक्षा क्षेत्र को इतना उदार बना दिया है जितना वह पहले कभी नहीं रहा।
 
उन्होंने कहा कि जब 2014 में उनकी सरकार बनी थी तो देश की अर्थव्यवस्था करीब-करीब 20 खरब डॉलर के आसपास थी। बीते 5 वर्ष में इसमें लगभग 10 खरब डॉलर और जुड़ गए हैं और अब सरकार कमर कसकर 50 खरब डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए काम कर रही है।
 
उन्होंने बताया कि आने वाले वर्षों में सरकार 100 लाख करोड़ रुपए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने जा रही है। इसके अलावा भारत के सामाजिक ढांचे पर भी लाखों करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। देश की विकास गाथा में बेहतरी और बढ़ोतरी का रोडमैप जमीन पर उतर चुका है। 
 
मोदी ने कहा कि भारत की विकास गाथा के चार अहम कारक लोकतंत्र, युवा आबादी, मांग और निर्णायक नेतृत्व हैं जो दुनिया में कहीं और एक साथ मिलना मुश्किल है।
 
उन्होंने कहा कि देश में ऐसी राजनीतिक स्थिरता कई दशकों के बाद आई है। देश की जनता उस सरकार के साथ खड़ी है जो कारोबार के माहौल को सुधारने के लिए बड़े से बड़े और कड़े से कड़े फैसले लेने में पीछे नहीं रहती। अभी कुछ दिन पहले ही सरकार ने कंपनी कर में भारी कमी करने का फैसला लिया है। यह निवेश के नजरिए से बहुत क्रांतिकारी कदम है।
 
बाद में एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के साथ ही अंग्रेजी में काम करने वाली न्याय प्रणाली भी विदेशी निवेशकों को आकर्षित करती है। उन्हें किसी भी फैसले की व्याख्या में समस्या नहीं आती।
 
हमारे पास युवा प्रतिभा है: युवा आबादी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि भारत दुनिया में अभियांत्रिकी शिक्षा के सबसे बड़े केंद्र और सबसे मजबूत अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं वाले देशों में से एक है।
 
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि हमारे पास युवा प्रतिभा है। हम नवाचार पर बल दे रहे हैं। धीरे-धीरे दुनिया में डिग्री से ज्यादा कौशल का महत्व बढ़ता जाएगा। हम हर प्रकार के कौशल विकास पर जोर दे रहे हैं। मानव संसाधन की दुनिया की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत अपने युवाओं को प्रशिक्षित कर रहा है। जिस देश की जैसी जरूरत होगी हम वैसा ही कार्यबल तैयार करेंगे।

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