सम्मेलन में मौजूद पेट्रोलियम उत्पादक देशों को एक तरह से लक्षित करते हुए उन्होंने कहा कि तेल एवं गैस व्यापार की वस्तुएं मात्र नहीं हैं। ये लोगों की रोजमर्रा की जरूरत हैं। चाहे रसोई में खाना पकाना हो या विमान की उड़ान, सबके लिए ईंधन की जरूरत है। हमें तर्कसंगत मूल्य की ओर बढ़ना होगा। तेल एवं गैस दोनों के लिए ही पारदर्शी एवं लोचपूर्ण बाजार तैयार करना होगा।