उडुपी (कर्नाटक)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मंगलवार को आड़े हाथों लिया और कहा कि जद(एस) सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा को अपमानित करना उनके अहंकार को दर्शाता है। कर्नाटक में चुनावी रैली में पूर्व प्रधानमंत्री की तारीफ के पुल बांधते हुए मोदी ने कहा कि देवगौड़ा सर्वाधिक सम्मानित और कद्दावर नेताओं में से एक हैं जिनके लिए उनके मन में बहुत सम्मान है।
मोदी ने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष ने 15-20 दिन पहले राजनीतिक रैली में जो कहा, वह मैंने सुना...जिस तरह से उन्होंने देवगौड़ा जी के बारे में बात की...क्या यही आपके संस्कार हैं? यह तो अहंकार है। प्रधानमंत्री ने कहा, आपका जीवन (कांग्रेस अध्यक्ष) तो अभी शुरू ही हुआ है। देवगौड़ा देश के कद्दावर नेताओं में से एक हैं। आप उनका अपमान कर रहे हैं।
मोदी, जद(एस) के मजबूत पकड़ वाले क्षेत्रों में हुई राहुल की रैलियों के भाषण की ओर संकेत कर रहे थे। राहुल ने अपने संबोधन में देवगौड़ा पर हमला बोलते हुए उनकी पार्टी को भाजपा की बी टीम बताया था। प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी इसलिए महत्वूपर्ण है क्योंकि ऐसे अनुमान जताए जा रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश आएगा और किसी भी पार्टी को अकेले अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं होगा।
जद(एस) राज्य इकाई के प्रमुख एचडी कुमारस्वामी ने पहले दावा किया था कि चुनाव के बाद वह किंगमेकर नहीं बल्कि किंग होंगे। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दावा किया था कि कुमारस्वामी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी। वह यह भी आरोप लगाते रहे हैं कि भाजपा तथा जद(एस) के बीच रणनीतिक सहमति है। हालांकि जद(एस) ने इससे इनकार किया।
हालांकि कुमारस्वामी के पिता देवगौड़ा एक टीवी चैनल से कह चुके हैं कि यदि उनके पुत्र भाजपा के साथ हाथ मिलाते हैं तो वह उनसे संबंध खत्म कर लेंगे। मोदी ने राहुल पर हमला बोला, आपको क्या लगता है। यदि उनका मिजाज इस तरह का है...अहंकार सातवें आसमान पर पहुंच गया है...यह तो जीवन की शुरुआत ही है...अगर वह अभी से ऐसा कर रहे हैं तो आने वाले दिन कितने बुरे होंगे, यह आपको उनकी हरकतों से पता चल जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे अहंकारी नेताओं के साथ कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा है।
मोदी ने कहा कि राजनीति में मतभेद हो सकते हैं किंतु सार्वजनिक जीवन में मर्यादा होती है। प्रत्येक व्यक्ति का अपना अहं हो सकता है किंतु सामाजिक जीवन में कुछ मूल्य होते हैं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए उनको माटी का लाल, किसान का बेटा बताया। मोदी ने कहा कि देवगौड़ा जब भी उनसे मिलने के लिए दिल्ली में आते हैं, मैं इस बात का ध्यान रखता हूं कि अपने घर के द्वार पर जाकर उनका स्वागत करूं..उनके लिए कार का दरवाजा खोलूं।
उन्होंने कहा कि दोनों की विचारधारा विभिन्न होने तथा देवगौड़ा की पार्टी द्वारा संसद में उनकी सरकार के खिलाफ मतदान करने के बावजूद वह यह काम करते हैं। प्रधानमंत्री की देवगौड़ा पर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, प्रधानमंत्री ने देवगौड़ा की सराहना की है। इसका मतलब है कि चुनाव से पहले भाजपा एवं जद(एस) के बीच अंदरुनी समझौता है।
उन्होंने कहा, चामुंडेश्वरी में मेरे खिलाफ लड़ रहे जद(एस) उम्मीदवार ने यह सार्वजनिक बयान दिया है कि जहां भाजपा मजबूत है वहां जद(एस) समर्थन देगी और जहां जद(एस) मजबूत है, वहां भाजपा सहयोग देगी...आपको और क्या सबूत चाहिए? कर्नाटक कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए एक ट्वीट किया, मोदीजी, कृपया अपने ‘गुरु’ एलके आडवाणी से उस सम्मान के बारे में पूछिए जो आपने उन्हें दिया है। हम आश्वस्त हैं कि वह गर्व से फूल जाएंगे। (भाषा)