लापता विमान का मलबा दिखने की संभावना

रविवार, 24 जुलाई 2016 (23:30 IST)
नई दिल्ली/चेन्नई। उपग्रह से ली गयी तस्वीरों में संभावित रूप से समुद्र में वायुसेना के लापता विमान एएन-32 का मलबा देखा गया है, जिसके बाद से जहाजों और विमानों ने उस जगह पर जोर शोर से तलाश शुरू कर दी है। 
           
   
आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि उपग्रह से ली गई तस्वीरों में समुद्र में कोई तैरती हुई चीज देखी गई है। जहाज और विमान उस इलाके में सरगर्मी से तलाश कर रहे हैं लेकिन अब तक कुछ ठोस नहीं दिख पाया है। 
                
इस विमान ने तम्बारम वायुसेना स्टेशन से 22 जुलाई को सुबह आठ बजकर 30 मिनट पर पोर्ट ब्लेयर के लिए उड़ान भरी थी लेकिन 16 मिनट बाद ही चेन्नई से 150 नॉटिकल मील की दूरी पर बंगाल की खाड़ी के ऊपर रडार से इसका संपर्क टूट गया था। इसका सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर पोर्ट ब्लेयर उतरने का समय था। इस विमान में चालक दल के छह सदस्य, वायुसेना, नौसेना एवं तटरक्षक बलों के 15 जवान और आठ नागरिक सवार थे।  बंगाल की खाड़ी में लापता होने के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी विमान का पता नहीं चल पाया है।
 
'ऑपरेशन तलाश' के कूटनाम से शुरू गए इस तलाशी अभियान में वायुसेना ने इलेक्ट्रो ऑप्टिकल और इन्फ्रा रेड सेंसर की तकनीक वाले दो सी-130 विमान तैनात किए है। नौसेना ने भी इस अभियान में डोर्नियर के साथ पी8आई विमान को लगाया है। नौसेना ने तलाशी के लिए 13 जहाजों को तैनात किया है। इसमें तटरक्षक बलों के छह जहाजों और वाणिज्यिक जहाजों को भी लगाया गया है। नौसेना ने पनडुब्बियों को भी अभियान में लगाया है। तटरक्षक बल के दो जहाज आईसीजीएस सागर और आईसीजीएस समुद्र पहरेदार तथा विमान तलाशी अभियान में शामिल हैं।
         
तलाशी अभियान में मदद के लिए इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओसेन इंर्फोमेशन सर्विसेज और नेशनल रिमोट सेसिंग केंद्र, हैदराबाद से भी आग्रह किया गया है। इसके अलावा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन भी अपने उपग्रह से ली गयी तस्वीरें मुहैया करा रहा है।                 
         
इस बीच अधिकारियों ने तम्बारम के निकट के सेलईयुर पुलिस थाने में विमान के लापता होने के संबंध में मामला दर्ज कराया है। पुलिस अधिकारियों के एक दल ने तम्बारम वायुसेना स्टेशन का दौरा किया और विमान के संबंध में कई जानकारी इकट्ठा की है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कल चेन्नई पहुंचकर लापता विमान के बारे में सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत की एवं क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया था। (वार्ता)

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