दरअसल, लिटफेस्ट के पहले सत्र में चर्चा के दौरान उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा को कई मायनों में दक्षिण भारत से बेहतर करार दिया। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि ‘पाकिस्तान में न भाषा बदलती है और न ही लोग बदलते हैं। जबकि दक्षिण भारत में जाने पर भाषा से लेकर खानपान तक सब कुछ बदल जाता है। आपको वहां रहने के लिए अंग्रेजी या तेलुगु सीखनी पड़ेगी लेकिन पाकिस्तान में ये जरूरी नहीं है।’
सिद्धू ने पाकिस्तान में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पाक सेना प्रमुख को गले लगाने का राज बताते हुए कहा कि यह झप्पी राफेल डील की तरह नियोजित नहीं थी। यह सब कुछ अचानक ही हुआ। बातचीत के दौरान पाकिस्तान सेना प्रमुख ने सिखों के तीर्थस्थल करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने की बात कही। इसके बाद वे अपने आप को रोक नहीं पाए और उन्हें गले लगा लिया।
पहले दिन के सत्र में माजा दारूवाला, प्रेमशंकर झा, ईरा मुखोती, राना साफवी, सीमा मुस्तफा, संजीवा पांडे, बिक्रम ग्रेवाल, विनय टंडन, डॉ. नरेश, मटरीना मार्टिन, अदिति इनामदार, अनुजा चौहान ने चर्चा में हिस्सा लिया। (एजेंसी)