नीरू साम्ब्याल अब आर्मी में हैं। नीरू का कहना है कि 'मैं अपने पति की मौत के बाद काफी दुखी हो गई थी। मगर मेरी बेटी मेरी प्रेरणा थी। इसलिए मैंने आर्मी में शामिल होने का फैसला किया और आज मैं एक लेफ्टिनेंट हूं।' नीरू कहती हैं कि सेना में रहने के लिए आपको मानसिक रूप से मजबूत होना होगा। नीरू की एक बेटी है, जिसकी उम्र करीब 3-4 साल है।
नीरू कहती है कि 2 मई 2015 को उन्होंने पति को खो दिया था, वो दिन उनकी जिंदगी में सबसे बुरा दिन था। पति के दुनिया से जाने के बाद उनकी जिंदगी काफी मुश्किल हो गई थी, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने खुद को संभाला। नीरू आर्मी ज्वॉइन करने के पीछे बेटी को प्रेरणा मानती हैं। उसी से प्रेरित होकर उन्होंने आर्मी में जाने का फैसला किया। नीरू राजपूत परिवार से हैं, उनके सामने सामाजिक बंधनों की कई चुनौतियां थीं, लेकिन उनकी सास और ससुर ने उनके लिए राह आसान कर दी। (एजेंसी)