अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को 'सॉल्वर' गिरोह के एक ठिकाने पर छापेमारी के दौरान नीट-स्नातक के जले हुए प्रश्न पत्र मिले थे। ईओयू ने एक बयान में बताया कि कुख्यात संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया गिरोह ने लीक हुआ नीट-स्नातक प्रश्नपत्र हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से कथित तौर पर प्राप्त किया था।
बयान के मुताबिक, जांचकर्ताओं ने पटना के मकान से मिले आंशिक रूप से जले हुए प्रश्न पत्र का मिलान एनटीए द्वारा उपलब्ध कराए गए संदर्भ प्रश्न पत्र से किया, जिससे प्रश्न पत्र लीक होने के मामले का खुलासा हुआ। अधिकारियों ने हालांकि बताया कि स्पष्ट रूप से यह सामने नहीं आ पाया कि कथित प्रश्न पत्र लीक के पीछे कौन है।
प्रश्न पत्र रखने वाले बक्सों में दो ताले लगे हुए हैं, एक मैनुअल ताला जिसे चाबी और कटर से खोलना होता है और दूसरा 'डिजिटल लॉक', जो परीक्षा से 45 मिनट पहले बीप की आवाज के साथ खुलता है। सीबीआई ने जांचकर्ताओं द्वारा एकत्र किए गए साक्ष्यों को अपने कब्जे में ले लिया और ईओयू के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। ईओयू ने मामले के सिलसिले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। (भाषा) (File Photo)
Edited By : Chetan Gour