परिजन चाहते हैं 'नेताजी' की फाइलें सार्वजनिक हों...

सोमवार, 14 दिसंबर 2015 (20:16 IST)
कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूस दौरे से पहले नेताजी परिवार के दो सदस्य बुधवार को उनसे मुलाकात करेंगे और आग्रह करेंगे कि नेताजी से संबंधित केजीबी की फाइलों को सार्वजनिक करने का मुद्दा वे उठाएं।
नेताजी के प्रपौत्र चंद्र बोस ने कहा, नेताजी के बारे में ठोस जानकारी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम केजीबी की फाइलों को देखें। ये पुरानी फाइलें हैं और तब तक जारी नहीं की जाएंगी जब तक कि मामला प्रधानमंत्री के स्तर पर नहीं उठे। 
 
उन्होंने कहा कि मुलाकात के दौरान वे और उनकी बहन माधुरी प्रधानमंत्री मोदी को बताने का प्रयास करेंगे कि फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन से व्यक्तिगत तौर पर बात करें।
 
बोस ने कहा, हमें विश्वास है कि नेताजी का निधन 18 अगस्त, 1945 को ताइवान में विमान दुर्घटना में नहीं हुआ। वे या तो चीन चले गए या पूर्ववर्ती सोवियत संघ चले गए। 
 
केजीबी की फाइल इसलिए काफी महत्वपूर्ण है। इससे पहले अक्टूबर में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मॉस्को में अपने रूसी समकक्ष के साथ इस मुद्दे को उठाया था। भारत सरकार निर्णय कर चुकी है कि वह बोस से संबंधित सभी फाइलों को 23 जनवरी से सार्वजनिक करेगी।
 
बोस ने कहा कि मोदी के साथ संसद भवन में मुलाकात के दौरान वे उन्हें नई किताब ‘द बोस ब्रदर्स एंड इंडियन इंडिपेंडेंस, एन इनसाइडर अकाउंट’ भी भेंट करेंगे जिसे माधुरी बोस ने लिखा है।
 
किताब में नेताजी और उनके भाई शरत चंद्र बोस के जीवन और समय के बारे में वर्णन किया गया है। इसके लिए परिवार के निजी संग्रह से अप्रकाशित दस्तावेजों का सहारा लिया गया है।
 
बोस ने कहा, बोस बंधुओं के कई पत्र एवं अन्य लेखनियां हैं जो मेरे पिता अमीयनाथ बोस के पास हैं। यह नेताजी की लेखनी है, जब वे जेल में थे और वे पत्र हैं जिसे उन्होंने नेहरू और गांधी को लिखे थे। किताब में उनकी राजनीतिक विचारधारा झलकती है। (भाषा)
 

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