यूं तो नीरव मोदी फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में शामिल हैं, लेकिन पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को 11 हजार 500 करोड़ का फटका लगाने की खबर के बाद नीरव का नाम हर किसी की जुबान पर चढ़ गया है। ...और एक ही झटके में वह 'नायक' से 'खलनायक' की श्रेणी में आ गए हैं। इस पूरे फर्जीवाड़े में नीरव के साथ ही उनके मामा की कंपनी का नाम भी सामने आ रहा है।
मोदी बेल्जियम के शहर ऐंटवर्प में हीरे का कारोबार करने वाले परिवार से आते हैं। कारोबारी माहौल में पढ़े-बढ़े 48 वर्षीय नीरव के बारे में कहा जाता है कि वह पत्रकारों से कहा करते थे कि इस व्यवसाय से नहीं जुड़ना चाहते। उन्होंने वॉर्टन में एक साल फाइनेंस की पढ़ाई की मगर असफल रहे। आखिरकार नीरव को हीरे के कारोबार में ही उतरना पड़ा।
इस तरह हुई शुरुआत : 19 वर्ष की उम्र में मोदी को अपने मामा और गीतांजलि जेम्स के चेयरमैन मेहुल चौकसी के पास मुंबई भेजा गया था ताकि वह हीरा कारोबार के गुर सीख सकें। साल 1999 में उन्होंने दुर्लभ हीरों के व्यापार के लिए फायरस्टार डायमंड नाम की कंपनी स्थापित की और देखते ही देखते कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का अधिग्रहण कर लिया।
आज उनके ज्वेलरी स्टोर लंदन, न्यूयॉर्क, लास वेगास, हवाई, सिंगापुर, बीजिंग जैसे 16 शहरों में हैं। भारत में दिल्ली और मुंबई में उनके स्टोर हैं। इसी मजबूत नेटवर्क के चलते उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग में कदम रखा। भारत के अलावा उनकी रूस, अर्मेनिया और दक्षिण अफ्रीका में मैुन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं।
2010 में उनका एक नेकलेस हांगकांग में नीलामी में 22.4 करोड़ रुपए में बिका था। 2005 में नीरव मोदी ने फ्रेडरिक गोल्डमैन कंपनी को खरीदा था, जो कि अमेरिका में उनकी सबसे बड़ी ग्राहक थी। यह कंपनी मोदी की कंपनी से 7 गुना बड़ी थी।
दिल्ली में पहला बड़ा बूटिक : उन्होंने 2014 में अपना पहला बड़ा बूटिक दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में शुरू किया। अगले ही साल यानी 2015 में मुंबई के काला घोड़ा क्षेत्र में भी एक स्टोर खोल दिया। उसी वर्ष न्यूयॉर्क के मैडिसन अवेन्यू में भी एक स्टोर खुला। उस समय नाओमी वाट्स, निमरत कौर और लिसा हेडन जैसे सितारों ने उद्घाटन समारोह में शिरकत की थी।
नीरव के हीरों की चमक से न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड के सितारे भी चौंधिया गए। कैट विंस्लेट, डकोरा जॉन्सन, टराजी पी हेन्सन आदि हॉलीवुड स्टार्स नीरव के हीरे पहनकर रेड कार्पेट चमक बिखेर चुकी हैं। उनके ब्रांड को प्रियंका चोपड़ा, एंड्रिया डायाकोनु और रोजी हंटिंगटन जैसे सितारे प्रमोट करते हैं। नीरव की शौहरत और दौलत इतनी बढ़ी कि वे 2013 में अरबपतियों की फोर्ब्स लिस्ट में जगह बनाने में सफल रहे थे। मुंबई के प्रतिष्ठित म्यूजिक शॉप रिदम हाउस को भी उन्होंने कथित तौर पर 32 करोड़ रुपए में खरीद लिया था।
रणनीति जो कामयाब रही : नीरव ने 2009 की विश्वव्यापी मंदी के दौरान काफी दुर्लभ हीरे खरीदे जिससे उन्हें काफी लाभ हुआ। 2010 में ब्रिटिश ऑक्सन हाउस क्रिस्टीज ने मोदी के 12 कैरट के गोलकुंडा लोटस नेकलेस को अपने कैटलॉग के कवर पर जगह दी साथ ही नीलामी की रकम 16 करोड़ रुपए से ज्यादा रखी। यह पहला मौका था जब 100 साल से कम के इतिहास वाले किसी भारतीय ज्वेलर के लिए क्रिस्टीज ने बोली लगवाई हो।
...और फिर पीएनबी घोटाला : इसके बाद एक वक्त वह भी जब सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक में करीब 11 हजार 420 करोड़ रुपए (177 करोड़ डॉलर) के फर्जी तथा अनधिकृत लेनदेन का मामला सामने आया। इस पूरे मामले के पीछे मामा-भांजे की जुगलबंदी बताई जा रही है। बैंक ने सीबीआई के पास शिकायत दर्ज कराई है। बैंक ने संदिग्ध लेनदेन के बारे में अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी और एक आभूषण कंपनी के खिलाफ अलग-अलग शिकायत दर्ज कराई।