अब तो अंग्रेजी के अलावा हिंदी, मराठी, गुजराती, बंगाली, तेलुगु, तमिल, गुजराती, कन्नड़ और मलयालम में भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई हो सकेगी।
एआईसीटीई के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा, हमने भविष्य में 11 और भाषाओं में इंजीनियरिंग स्नातक पाठ्यक्रम पेश करने की योजना बनाई है। एआईसीटीई इन सभी भाषाओं में पाठ्यक्रम सामग्री की पेशकश कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि जर्मनी, फ्रांस, रूस, जापान और चीन जैसे कई उन्नत देश अपनी आधिकारिक भाषाओं में पूरी शिक्षा प्रदान करते हैं।