Opposition MPs march against SIR: विपक्षी 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन के घटक दलों के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और कथित वोट चोरी के खिलाफ सोमवार को संसद भवन से निर्वाचन आयोग मुख्यालय तक मार्च निकाला, हालांकि पुलिस ने उन्हें संसद मार्ग पर ही रोक लिया। इस बीच, पुलिस ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश समेत अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया।
संविधान बचाने की लड़ाई : निर्वाचन आयोग तक मार्च निकालने से रोके जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह राजनीतिक नहीं, बल्कि संविधान बचाने की लड़ाई है। हम साफ और स्पष्ट मतदाता सूची चाहते हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी दलों के सांसद विरोध मार्च के बाद सामूहिक रूप से निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंपना चाहते थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि संसद के ठीक बाहर लोकतंत्र पर हमला किया जा रहा है, उसकी हत्या की जा रही है।
सड़क पर ही बैठे विपक्षी सांसद : कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने भी कहा कि पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे सांसदों को हिरासत में ले लिया है। संसद के मकर द्वार के सामने मार्च शुरू करने से पहले विपक्षी सांसदों ने राष्ट्रगान गाया। इससे पहले परिवहन भवन के पास पीटीआई मुख्यालय के सामने रोके जाने पर सांसद सड़क पर ही बैठक गए और वोट चोरी बंद करो जैसे नारे लगाने लगे। उधर पुलिस अधिकारियों को लाउड स्पीकर पर सांसदों को रोकने के संबंध में घोषणा करते सुना गया।
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस सांसद ज्योतिमणि और संजना जाटव पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड पर खड़ी हो गईं और उन्होंने सरकार के खिलाफ नारे लगाए। इस मार्च में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और कई अन्य दलों के नेता शामिल हैं। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी पर मार्च का हिस्सा बने। आप ने हाल में इंडिया गठबंधन से अलग होने की घोषणा की थी।
सफेद टोपी पहनकर विरोध : सांसदों ने सिर पर सफेद रंग की टोपी पहन रखी है, जिस पर एसआईआर और वोट चोरी लिखा है तथा उन पर लाल रंग के क्रॉस का निशान भी है। मार्च शुरू होने से पहले दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि किसी ने भी इस प्रदर्शन के लिए अनुमति नहीं मांगी है। राहुल गांधी द्वारा मतदाता सूची में कथित धांधली का आरोप लगाए जाने और इस संबंध में कुछ खुलासे करने का दावा किए जाने के बाद विपक्षी दलों का यह पहला विरोध प्रदर्शन है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के आंकड़े सामने रखते हुए सात अगस्त को आरोप लगाया था कि मतदाता सूची में हेरफेर करके वोट चोरी का मॉडल भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए लागू किया गया है। उन्होंने दिल्ली में संवाददाताओं के समक्ष महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सूची के आंकड़े प्रस्तुत किए थे। राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 मतों की चोरी की गई जबकि यह सीट पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 32,707 मतों के अंतर से जीती थी। (एजेंसी/वेबदुनिया)