नई दिल्ली। 25 दिन पहले 23 सितंबर को पाकिस्तान के लड़ाकू विमान F-16 ने भारत के यात्री विमान को अपने हवाई क्षेत्र में 1 घंटे तक घेर कर रखा। इतना ही नहीं भारतीय विमान के पायलट को इसकी ऊंचाई कम करने और विमान के विवरण के साथ उन्हें रिपोर्ट करने के लिए कहा गया। एक कन्फ्यूजन की वजह से पाकिस्तानी लड़ाकू विमान ने भारतीय विमान को घेरा था। अगर इस मामले में थोड़ी सी चूक होती तो अंजाम कुछ भी हो सकता था।
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार यह घटना 23 सितंबर को हुई थी। स्पाइस जेट का विमान एसजी-21, काबुल के लिए दिल्ली से रवाना हुआ था। इसमें लगभग 120 यात्री सवार थे। घटना के दिन भारतीय विमान के पाक हवाई क्षेत्र में घुसने पर प्रतिबंध भी नहीं था।
स्पाइसजेट के पायलट ने पाकिस्तानी F-16 जेट के पायलटों से कहा कि यह स्पाइसजेट, भारतीय कमर्शियल विमान है, जो यात्रियों को लाता ले जाता है और शेड्यूल के अनुसार काबुल जा रहा है।
जब F-16s ने स्पाइसजेट के विमान को घेरा था तो यात्रियों ने भी पाकिस्तानी जेट और उनके पायलट को देखा। एक यात्री ने बताया कि पाक लड़ाकू विमान के पायलट ने हाथ के इशारे से भारतीय विमान के पायलट को विमान को नीचे लाने के लिए कहा। इस बीच विमान के यात्रियों से चुप रहने को कहा गया और विमान भी सभी खिड़कियां भी बंद कर दी गई।
हर फ्लाइट का एक कोड होता है, जैसे स्पाइसजेट विमान का कोड 'SG' था। इस कोड की वजह से पाकिस्तानी ATC को कन्फ्यूजन हो गया है और उसने स्पाइसजेट को 'IA' समझ लिया और इसे इंडियन आर्मी या इंडियन एयरफोर्स का विमान माना।