जम्मू। उस पार से हथियार, गोला बारूद और मादक पदार्थ लेकर भारतीय क्षेत्र में फैंकने वाले पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय सुरक्षाबलों के लिए अब परेशानी का कारण इसलिए बनने लगे हैं क्योंकि उनकी उड़ान अब 10 किमी भीतर तक होने लगी है। पाक सेना द्वारा संचालित ऐसे ड्रोनों की उड़ानों के दौरान पाक सेना द्वारा दोहरा खेल भी खेला जा रहा है।
ताजा घटना इंटरनेशनल बार्डर पर विजयपुर के पास रेल लाइन के पास पाकिस्तानी ड्रोन द्वारा गिराए गए उस पैकेट की है जिसमें हथियार और गोला बारूद बरामद हुए थे। चिंता की बात यह थी कि पहली बार पाक ड्रोन ने भारतीय सीमा से 10 किमी से ज्यादा का सफर तय करके भारतीय क्षेत्र के भीतर पैकेट को गिराया था।
हालांकि जिस दिन पाक ड्रोन ने हथियार गिराए उसी दिन भारतीय सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक पाक ड्रोन पर गोलियां बरसा कर उसे वापस पाक क्षेत्र में भागने पर मजबूर करने का दावा किया था।
दरअसल सीमा सुरक्षा बल के जवान पाक सेना की चाल में फंस गए थे। ऐसा पहली बार हुआ था कि पाक सेना ने एक साथ दो ड्रोन भारतीय क्षेत्र में भेजे थे। इनमें से एक इंटरनेशनल बार्डर पर ही मंडराता रहा था और दूसरा 10 किमी भीतर तक घुस गया था।
बीएसएफ के सूत्र मानते थे कि ऐसी दोहरी चाल में पाक सेना इसलिए कामयाब रही थी क्योंकि उसने शायद बिना रोशनी और बिना आवाज करने वाले और लंबी दूरी तय करने वाले ड्रोन का इस्तेमाल किया था जो भारतीय क्षेत्र में 10 से 12 किमी भीतर बिना किसी रोक टोक के तक चला आया था।
पाक सेना की इस रणनीति से भारतीय सुरक्षाबल चौंक गए हैं। ऐसे में उनके वे जुगाड़ नाकाम होते दिख रहे हैं जो उन्होंने ड्रोन द्वारा हथियार और गोला बारूद गिराए जाने की हरकतों का सामना करने की कवायद में किए हैं। ऐसे में बीएसएफ ने स्थानीय पुलिस की सहायता भी मांगनी आरंभ की है ताकि वे भीतर चले आने वाले ड्रोन को मार गिरा सके।
एक अधिकारी का कहना था कि पाकिस्तानी ड्रोनों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए पुलिस के जवानों को भी प्रशिक्षण देने की जरूरत महसूस हो गई है क्योंकि पाक सेना बिना रोशनी और बिना आवाज वाले ड्रोन का इस्तेमाल गहराई तक हथियार गिराने के लिए करने लगा है।
हालांकि अभी तक ड्रोन की इस कवायद से निपटने को बीएसएफ के आग्रह पर इंटरनेशनल बार्डर के एक किमी के क्षेत्र में रात का कर्फ्यू लागू किया गया है पर अब वह भी बेकार इसलिए साबित होने लगा है क्योंकि पाक ड्रोन हथियारों को एक किमी से अधिक दूरी पर फैंकने लगे हैं ताकि पाकिस्तानी एजेंट उन्हें एकत्र कर सकें। अभी तक वे एक किमी के भीतर ही इनको एकत्र करते थे।