संसद भवन परिसर में शिशु सदन (क्रेच) का निर्माण किया गया है ताकि वहां काम करने वाली महिला कर्मचारी अपने बच्चे को वहां रखकर चिंतामुक्त वातावरण में काम कर सकें। उम्मीद है कि यह क्रेच संसद सत्र के अगले भाग में काम करने लगेगा। संसद भवन परिसर में क्रेच का सृजन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की पहल पर किया गया है।
लोकसभा सचिवालय के एक अधिकारी ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने 5 फरवरी को इस क्रेच का अनौपचारिक तौर पर उद्घाटन किया था। इसके रखरखाव एवं व्यवस्था के लिए एक कल्याण अधिकारी की तैनाती की गई है जिसमें शुरुआत में 16 बच्चों के रखने की व्यवस्था की गई है। यहां पर महिला कर्मचारियों को बच्चों को दूध पिलाने के लिए फीडिंग रूम की भी व्यवस्था की गई है।
अधिकारी ने बताया कि सत्र के दौरान कुछ कर्मचारियों को काफी समय तक सदन में रहना पड़ता है, क्रेच में इन्हें भी प्राथमिकता दी जा रही है। इसमें यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि घर से दूरी कितनी है तथा हम आगे इसका विस्तार भी करेंगे। यह इस आधार पर तय किया जाएगा कि कितनी उम्र के बच्चे आ रहे हैं। शिशु सदन में लंबे समय तक बच्चों को रखना है, तो वहां कई तरह की गतिविधियों से जुड़ी सुविधाओं की जरूरत होगी। ऐसे में वहां पाठ्य सामग्री एवं खेल सामग्रियों का भी प्रबंध किया गया है।
संसद भवन में काम करने वाली महिला कर्मचारियों के लिए शिशु सदन का निर्माण संसद सौंध विस्तार की नई इमारत में किया गया है। क्रेच का निर्माण करीब 1500 वर्गफुट क्षेत्र में किया गया है। उल्लेखनीय है कि संसद में कुछ समय पहले मातृत्व लाभ संशोधन विधेयक 2016 पारित किया गया था जिसमें कुछ श्रेणी की संस्थाओं में कार्यरत महिलाओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए क्रेच का निर्माण किया गया है। (भाषा)