संवाद और कूटनीति से ही मिलेगा शांति का मार्ग, जेलेंस्की से मोदी ने कहा

शुक्रवार, 14 जून 2024 (18:54 IST)
Narendra Modi met Ukrainian President Zelensky: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बारी (इटली) में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत ‘मानव-केंद्रित’ दृष्टिकोण में विश्वास करता है और शांति का मार्ग 'संवाद और कूटनीति' से होकर गुजरता है। मोदी ने इटली के अपुलिया क्षेत्र में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान जेलेंस्की से मुलाकात की। इस दौरान मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत कई अन्य राष्ट्र प्रमुखों से भी मुलाकात की।

जेलेंस्की के साथ बैठक बहुत उपयोगी : मोदी ने जेलेंस्की के साथ बैठक को ‘बहुत उपयोगी’ बताया और कहा कि भारत, यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को ‘और मजबूत’ करने के लिए उत्सुक है। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि जेलेंस्की के साथ बहुत उपयोगी बैठक हुई। भारत, यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक है। उन्होंने कहा कि रूस के साथ जारी संघर्ष के बारे में, मैंने यह दोहराया कि भारत मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में विश्वास करता है और यह मानता है कि शांति का मार्ग बातचीत और कूटनीति से होकर गुजरता है। ALSO READ: मोदी ने की ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक से मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों पर हुई चर्चा

द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और यूक्रेन की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने 'एक्स' पर कहा कि भारत-यूक्रेन साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इटली के अपुलिया में 50वें जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और यूक्रेन की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान को प्रोत्साहित करना जारी रखेगा। ALSO READ: पीएम मोदी के जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने को लेकर क्या बोली कांग्रेस?
 
विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव विनय क्वात्रा वार्ता के दौरान मोदी के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। ऐसी जानकारी है कि जेलेंस्की ने मोदी को (रूस के साथ यूक्रेन के) संघर्ष के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी। मोदी ने पिछले साल मई में हिरोशिमा में पिछले जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान भी जेलेंस्की से मुलाकात की थी।
 
क्या कहना है भारत का : भारत का कहना है कि यूक्रेन में संघर्ष को संवाद और कूटनीति के माध्यम से हल किया जाना चाहिए। मोदी और जेलेंस्की के बीच यह मुलाकात स्विस शांति शिखर सम्मेलन से पहले हुई। भारत ने बुधवार को कहा था कि वह यूक्रेन संघर्ष को लेकर आगामी शांति शिखर सम्मेलन में उचित स्तर पर भाग लेगा। प्रस्तावित शांति शिखर सम्मेलन 15 और 16 जून को ल्यूसर्न के बुर्गेनस्टॉक में होगा। स्विट्जरलैंड ने मोदी को भी इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। हालांकि, ऐसी संभावना है कि शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व एक वरिष्ठ राजनयिक करेंगे। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
 

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