यहां उद्योग के एक कार्यक्रम में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में प्रधान ने कहा कि केंद्र ने अक्टूबर में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में दो रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने वैट (मूल्य वर्द्धित कर) में कटौती कर इसका अनुकरण किया। ‘लेकिन कई अन्य को अभी यह करना है। मैं राज्यों से कर में कटौती का अनुरोध करूंगा।’
यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र उत्पाद शुल्क में कटौती करेगा, उन्होंने कहा, ‘हम कीमत स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।’ उन्होंने कहा कि दरों में संशोधन उनके मंत्रालय के अंतर्गत नहीं आता, यह वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आता है। हालांकि उन्होंने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि क्या उनके मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को उत्पाद शुल्क में कटौती का सुझाव दिया है।
पेट्रोल और डीजल के भाव 15 दिसंबर 2017 से बढ़ रहे हैं। उस दिन डीजल के दाम 58.34 रुपए लीटर था और एक महीने के बाद इसमें 3.91 रुपए लीटर की वृद्धि हुई है। इस दौरान पेट्रोल की कीमत 2.49 रुपए बढ़ी। कच्चे तेल का दो प्रमुख मानक ब्रेंट पिछले सप्ताह 70 डालर बैरल पर पहुंच गया जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 64.77 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। तेल के दाम में तेजी से उत्पाद शुल्क में कटौती की मांग उठी है ताकि आम लोगों को कुछ राहत मिल सके। (भाषा)