रेल मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि गोयल ने 208 पृष्ठों की पुस्तक की प्रतियां स्वयं खरीदीं और उन कर्मचारियों की जानकारी मांगी जिनके बच्चे आने वाले महीनों में परीक्षा में बैठने वाले हैं। सूत्रों ने बताया कि गोयल ने करीब 3,100 प्रतियां रेल और कोयला मंत्रालय के पीएसयू के कर्मचारियों को भेजीं। उन्होंने कहा कि पुस्तकों का खर्च गोयल ने उठाया।