मोदी ने इस अवसर पर आसमानी रंग की बंद गला जैकेट भी पहनी। स्वतंत्रता दिवस पर, अपने तीसरे कार्यकाल के पहले संबोधन के साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ दिया। मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 के दौरान लाल किले की प्राचीर से 10 बार तिरंगा फहराया था।
प्रधानमंत्री मोदी 2014 से हर स्वतंत्रता दिवस पर रंगीन साफा पहनते रहे हैं। उन्होंने इस बार भी इस परंपरा को बरकरार रखा और केसरिया, पीले एवं हरे रंग का साफा पहना।
प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में पीले रंग का साफा पहना था, जिस पर बहुरंगी धारियां थीं, जबकि 2016 में उन्होंने गुलाबी और पीले रंग का लहरिया टाई एंड डाई साफा चुना था। उन्होंने 2017 में सुनहरी धारियों वाला चटकीले लाल रंग का साफा पहना था।
उन्होंने 2018 में केसरिया साफा पहना था। गणतंत्र दिवस समारोहों में भी कच्छ के लाल बांधनी साफ़े से लेकर पीले राजस्थानी साफ़े तक, मोदी के साफ़े लोगों का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं। वर्ष 2019 में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद लाल किले से अपने पहले संबोधन में प्रधानमंत्री ने कई रंगों से बना साफा पहना था। यह लाल किले से उनका लगातार छठा संबोधन था।
2020 में 74वें स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले पर आयोजित समारोह में मोदी ने केसरिया और क्रीम रंग का साफा पहना था। प्रधानमंत्री ने इसके साथ आधी बाजू वाला कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा पहना था। उन्होंने केसरिया किनारी वाला सफेद गमछा भी डाल रखा था, जिसे उन्होंने कोविड-19 से बचाव के उपायों के तहत इस्तेमाल किया। 2021 में स्वतंत्रता दिवस पर मोदी ने धारीदार केसरिया साफा पहना था।
उन्होंने 2022 में 76वें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की धारियों वाला सफेद रंग का साफा पहना था। पारंपरिक कुर्ता और चूड़ीदार पायजामे के ऊपर नीले रंग का जैकेट तथा काले रंग के जूते पहने, प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और लगातार नौवीं बार देश को संबोधित किया था।
मोदी 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर आयोजित समारोह में सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामे के साथ बहुरंगी राजस्थानी बांधनी प्रिंट का साफा पहने नजर आए थे। प्रधानमंत्री के रूप में अपने 10वें स्वतंत्रता दिवस के भाषण में मोदी ने काले रंग की वी-नेक जैकेट पहनी थी। उनके साफे में पीले, हरे और लाल रंग का मिश्रण था।