सूत्रों ने बताया कि उन्होंने पार्टी सांसदों से पूछा कि आपको कैसा लगेगा, यदि आप अपना चुनाव दो लाख मतों से जीत जाएं लेकिन आपको पता चले कि आपके सबसे अच्छे दोस्त ने ही वोट नहीं दिया। आपको कैसा महसूस होगा यदि आपके निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की रैली अंतिम क्षणों में रद्द हो जाए? उन्होंने साथ ही कहा कि नेतृत्व को भी संसद से आपकी गैर हाजिरी पर भी यही महसूस होता है।