Live Updates : सी प्लेन में केवडिया से साबरमती रिवरफ्रंट पहुंचे पीएम मोदी, 30 मिनट में तय की 200 किमी दूरी

शनिवार, 31 अक्टूबर 2020 (13:00 IST)
केवड़िया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लौह पुरुष सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती पर उन्‍हें यहां केवडिया में ‘स्‍टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर शनिवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम से जुड़ी हर जानकारी...


01:41 PM, 31st Oct
-केवडिया से साबरमती रिवरफ्रंट पहुंचा सी प्लेन। पीएम  मोदी ने 30 मिनट में तय किया 200 किमी का सफर।
-मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने किया नरेंद्र मोदी का स्वागत।
 

01:20 PM, 31st Oct
Pulwama पर Narendra Modi का पलटवार, राजनीति करने वालों को नहीं भूलेगा देश

12:47 PM, 31st Oct
-पीएम मोदी ने दी सी प्लेन सेवा की सौंगात, केवड़िया से साबरमती के लिए भरी उड़ान 
-केवड़िया से साबरमती जाने में लगेंगे मात्र 30 मिनट।
-मोदी कुछ ही देर में सी-प्लेन से साबरमती रिवरफ्रंट पर पहुंचेंगे। 
-सी फ्लाइट अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जोड़ती है।


11:59 AM, 31st Oct
-सिविल सर्विसेज प्रोबेशनर्स ने पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत की विकास यात्रा के जिस महत्वपूर्ण कालखंड में आप हैं, वो बहुत विशेष है।
-एक साल पहले जो स्थितियां थी और आज जो स्थितियां हैं, उनमें बहुत बड़ा फर्क है। 
-मुझे विश्वास है कि संकट के इस समय में देश ने और देश की व्यवस्थाओं ने जिस तरह काम किया, उससे आपने भी बहुत कुछ सीखा होगा।
-सीखना होगा कि संकट से कैसे निपटें। अफसरों के फैसले देशहित में होने चाहिए।
-आसान रास्ते पकड़ने में कठिनाई।
-गवर्नमेंट से गवर्नेंस की तरफ बढ़ने की जरूरत।
-दिमाग में बाबू मत आने दीजिए। जिस समाज से निकले हैं उसे मत भूलिए।
-अफसरों की पहचान काम से होना चाहिए।


09:58 AM, 31st Oct
-आज के माहौल में दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को, सभी पंथों को, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ज्यादा जरूरत है।
-आतंकवाद-हिंसा से कभी भी, किसी का कल्याण नहीं हो सकता।
-आज भारत की भूमि पर नजर गड़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत हमारे वीर जवानों में है।
-आज भारत सीमाओं पर सैकड़ों किलोमीटर लंबी सड़कें बना रहा है, दर्जनों ब्रिज, अनेक सुरंगें बना रहा है। आज का भारत अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। 

09:47 AM, 31st Oct
-आज जब मैं अर्धसैनिक बलों की परेड देख रहा था, तो मन में एक और तस्वीर थी। ये तस्वीर थी पुलवामा हमले की।
-देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे। वो हमले में अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे।
-पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है।
-राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका उदाहरण है।
-उस समय उन वीरों की तरफ देखते हुए मैं विवादों से दूर रहकर सारे आरोपों को झेलता रहा, भद्दी भद्दी बातों को सुनता रहा। मेरे दिल पर वीर शहीदों का गहरा घाव था।

09:44 AM, 31st Oct
-विपदाओं और चुनौतियों के बीच ही देश ने ऐसे काम किए है जो कभी असंभव मान लिए गये थे। इसी मुश्किल समय में धारा 370 हटने के बाद कश्मीर ने समावेश का एक साल पूरा किया।
-अन्य विरासतों के साथ ही ये कार्य भी सरदार साहब के ही जिम्मे अगर होता, तो आज आजादी के इतने वर्षों बाद ये काम पूरा करने की नौबत मुझपर नहीं आती। सरदार साहब का वो काम अधूरा था। उन्हीं की प्रेरणा से 130 करोड़ देशवासियों को उस कार्य को पूरा करने का भी सौभाग्य मिला।
-कश्मीर के विकास में जो बाधायें आ रही थीं, उन्हें पीछे छोडकर अब कश्मीर विकास के नए मार्ग पर बढ़ चुका है।
-चाहे नॉर्थईस्ट में शांति की बहाली हो, या नॉर्थईस्ट के विकास के लिए उठाए जा रहे कदम, आज देश एकता के नए आयाम स्थापित कर रहा है।
 

09:29 AM, 31st Oct
-कोरोना महामारी ने दुनिया को प्रभावित किया।
-कोरोना वारियर्स के सम्मान में 130 करोड़ देशवासियों ने एक होकर जो जज्बा दिखाया, एकता का जो संदेश दिया, उसने 8 महीने से हमें इस संकट से लड़ने, जूझने और विजयपथ पर आगे बढ़ने की ताकत दी है
-किसी ने कल्पना नहीं की थी कि पूरी मानवजाति को कोरोना जैसी महामारी की सामना करना पड़ेगा।
-लेकिन इस महामारी के सामने देश ने जिस तरह अपने सामूहिक सामर्थ्य को, अपनी सामूहिक इच्छाशक्ति को साबित किया वो अभूतपूर्व है।
-भारत के लिए इस अद्भुद भावना को आज हम यहां मां नर्मदा के किनारे सरदार साहब की भव्य प्रतिमा की छांव में और करीब से महसूस कर सकते हैं।
-भारत की यही ताकत हमें हर आपदा से, हर विपत्ति से लड़ना सिखाती है और जीतना भी सिखाती है।
-आज भारत कोरोना से उभर भी रहा है और एकजुट होकर आगे भी बढ़ रहा है। ये वैसी ही एकजुटता है जिसकी कल्पना लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने की थी।
-हमारे कोरोना वारियर्स हमारे पुलिस के अनेक होनहार साथियों ने दूसरों का जीवन बचाने के लिए अपना जीवन दे दिया।

09:29 AM, 31st Oct
-ये भी अद्भुत संयोग है कि आज ही वाल्मीकि जयंती भी है।
-आज हम भारत की जिस सांस्कृतिक एकता का दर्शन करते हैं, जिस भारत को अनुभव करते हैं, उसे और जीवंत और ऊर्जावान बनाने का काम सदियों पहले आदिकवि महर्षि वाल्मीकि ने ही किया था।
-भगवान श्रीराम के आदर्श, उनके संस्कार अगर आज भारत के कोने-कोने में हमें एक दूसरे से जोड़ रहे हैं, तो इसका बहुत बड़ा श्रेय महर्षि वाल्मिकी जी को ही जाता है।
-राष्ट्र और मातृभूमि को सबसे बढ़कर मानने का महर्षि वाल्मीकि का जो मंत्र था, वही आज राष्ट्र प्रथम का मजबूत आधार है।

09:24 AM, 31st Oct
-कल से लेकर अब तक केवड़िया में जंगल सफारी, एकता मॉल, चिल्ड्रन न्यूट्रिशन पार्क जैसे अनेक नए स्थलों का लोकार्पण हुआ है।
-बहुत ही कम समय में सरदार सरोवर डैम के साथ जुड़ा ये भव्य निर्माण एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना का, नए भारत की प्रगति का तीर्थ स्थल बन गया है।
-केवड़िया दुनिया के टुरिज्म मैप पर छाप छोड़ने वाला।
-केवड़िया में रोजगार के नए अवसर मिलेगा।
-2014 में हमने उनके जन्मदिवस को भारत की एकता के पर्व के रूप में मनाने की शुरुआत की थी।
-इन 6 वर्षों में देश ने गांव से लेकर शहरों तक, कश्मीर से कन्याकुमारी तक, पूरब से लेकर पश्चिम तक सभी ने एक भारत - श्रेष्ठ भारत के संकल्प को पूरा करने का प्रयास किया है।

09:15 AM, 31st Oct
-पीएम मोदी ने लगवाए 'सरदार पटेल अमर रहे' के नारे। 
-सरदार पटेल की वाणी प्रसाद पटेल की तरह मिली।
-सरदार पटेल ने सैकड़ों रियासतों को एक किया।

09:06 AM, 31st Oct
-सीआरपीएफ की महिला अधिकारियों द्वारा इस मौके पर राइफल ड्रिल का प्रदर्शन भी किया गया।
-केवडिया की आदिवासी विरासत को भी एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए लोगों के सामने प्रदर्शित किया गया।
-इस अवसर पर ‘स्‍टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की गई।

08:45 AM, 31st Oct
-पीएम मोदी ने जवानों को एकता की शपथ दिलाई।
-परेड में CRPF, BSF, ITBP, CISF, NSG, NDRF के जवान शामिल।
-परेड में 'सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा' राष्ट्रगीत की धुन बजाई गई।

08:23 AM, 31st Oct
-पीएम मोदी आज सुबह लगभग सवा 8 बजे स्टेच्यु ऑफ यूनिटी पहुंचे और सरदार पटेल के चरणों में जल अर्पित किया और पुष्पांजलि दी।
-राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में शामिल हुए पीएम मोदी। कुछ ही देर में देश को संबोधित करेंगे।
-आज देश को सी प्लेन की सौगात देंगे मोदी। साबरमति से केवड़िया तक चलेगी यह सेवा।
 

08:17 AM, 31st Oct
-स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की विशालता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मात्र इसके चेहरे की ऊंचाई ही 7 मंजिली इमारत के बराबर है। इसके हाथ ही 70 फुट लंबे हैं जबकि पैर के निचले हिस्से की ऊंचाई 85 फुट है।
- लगभग 3,000 करोड़ रुपए के खर्च से करीब साढ़े 3 साल में बनकर तैयार हुई इस मूर्ति की ऊंचाई न्यूयॉर्क स्थित स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से भी करीब दोगुनी है।
-इसे बनाने की घोषणा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री के तौर पर मोदी ने वर्ष 2010 में की थी। इसका काम एलएंडटी कंपनी को अक्टूबर 2014 में सौंपा गया था। काम की शुरुआत अप्रैल 2015 में हुई थी।
-इसमें 70 हजार टन सीमेंट और लगभग 24,000 टन स्टील तथा 1,700 टन तांबा और इतना ही कांसा लगा है।
-प्रतिमा के आधार पर एक म्यूजियम और इसके अंदर 153 मीटर की ऊंचाई पर जहां इसका का हृदयस्थल है, में इस पहाड़ी क्षेत्र, नर्मदा नदी और निकटवर्ती सरदार सरोवर डैम का नजारा देखने के लिए एक दर्शक क्षेत्र भी बनाया गया है। इसमें दो लिफ्ट भी लगाए गए हैं।



08:16 AM, 31st Oct
-नरेंद्र मोदी का ट्वीट, राष्ट्रीय एकता और अखंडता के अग्रदूत लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जन्म-जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि।

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