नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि बातचीत से ही किसान आंदोलन का हल निकलेगा। दूसरी ओर, उन्होंने आंदोलन का समर्थन कर रहे 'कुछ लोगों' पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में एक 'आंदोलनजीवी' जमात पैदा हो गई है, जो हर आंदोलन में नजर आ जाती है।
मोदी ने कहा कि यह आंदोलनजीवी हर आंदोलन में पहुंच जाते हैं। हर जगह यह टोली दिखाई दे जाती है। दरअसल, यह आंदोलनजीवी परजीवी होते हैं। उन्होंने ऐसे लोगों से सावधान रहने की अपील की, वहीं कहा कि ऐसे लोगों की पहचान करने की जरूरत है। मोदी ने कहा कि ये लोग आंदोलन के बिना जिंदा नहीं रह सकते। उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह कानूनों को लेकर भ्रम फैला रहा है।
पीएम ने कहा कि आलोचना करना ठीक है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए जिससे देश का आत्मविश्वास प्रभावित होता हो। उन्होंने आश्वासन दिया कि एमएसपी की व्यवस्था जारी रहेगी, वह खत्म नहीं होगी। उन्होंने किसानों से आंदोलन को खत्म करने की भी अपील की।
सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि फसल बीमा योजना के तहत 90 हजार करोड़ रुपए के दावों का निपटान किया गया, यह राशि ऋण माफी से अधिक है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 1.15 लाख करोड़ रुपए किसानों के खातों में दिए गए।
दरअसल, आंदोलनजीवियों से तात्पर्य प्रधानमंत्री का इशारा उन लोगों की तरफ था, जो कि किसान आंदोलन में भी नजर आ रहे हैं और इससे शाहीनबाग में हुए सीएए विरोधी आंदोलन में भी नजर आए थे। सरकार विरोधी आंदोलनों में ये 'चेहरे' आमतौर पर दिखाई दे जाते हैं।