Live : नरेन्द्र मोदी का सवाल, भारत को UN से कब तक अलग रखा जाएगा...

शनिवार, 26 सितम्बर 2020 (18:50 IST)
संयुक्त राष्ट्र। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ पर संबोधित करते हुए कहा कि यूएन के फैसलों में भारत की भूमिका समय की मांग है। यदि समय रहते यूएन के स्वरूप में बदलाव नहीं हुए तो इसकी ताकत कमजोर होगी। 
 
संरा की व्यवस्था में बदलाव की वकालत करते हुए मोदी ने कहा कि भारत में सैकड़ों, भाषाएं, बोलियां, विचारधाराएं और पंथ हैं। भारत ने सैकड़ों वर्षों तक वैश्विक अर्थव्यवस्था का नेतृत्व किया है और सैकड़ों वर्ष की गुलामी को भी जिया है। 
 
उन्होंने कहा कि जब हम मजबूत थे तब हमने दुनिया को नहीं सताया और जब हम मजबूर थे तब भी किसी के ऊपर पर बोझ नहीं बने। हमारा मार्ग जनकल्याण से जगकल्याण का है। भाषण का लाइव अपडेट- 
 

07:43 PM, 26th Sep
अगले वर्ष जनवरी से भारत सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के तौर पर भी अपना दायित्व निभाएगा। दुनिया के अनेक देशों ने भारत पर जो विश्वास जताया है, मैं उसके लिए सभी साथी देशों का आभार प्रकट करता हूं।

07:34 PM, 26th Sep
विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के तौर पर आज मैं वैश्विक समुदाय को एक और आश्वासन देना चाहता हूं। भारत की Vaccine Production और Vaccine Delivery क्षमता पूरी मानवता को इस संकट से बाहर निकालने के लिए काम आएगी।

07:34 PM, 26th Sep
Pandemic के इस मुश्किल समय में भी भारत की pharmaceutical industry ने 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजीं हैं।

07:33 PM, 26th Sep
हम पूरे विश्व को एक परिवार मानते हैं। यह हमारी संस्कृति, संस्कार और सोच का हिस्सा है। संयुक्त राष्ट्र में भी भारत ने हमेशा विश्व कल्याण को ही प्राथमिकता दी है।

07:33 PM, 26th Sep
भारत जब किसी से दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, तो वो किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं होती। भारत जब विकास की साझेदारी मजबूत करता है, तो उसके पीछे किसी साथी देश को मजबूर करने की सोच नहीं होती। हम अपनी विकास यात्रा से मिले अनुभव साझा करने में कभी पीछे नहीं रहते। 

07:33 PM, 26th Sep
जिस देश ने वर्षों तक वैश्विक अर्थव्यवस्था का नेतृत्व करने और वर्षों की गुलामी, दोनों को जिया है, जिस देश में हो रहे परिवर्तनों का प्रभाव दुनिया के बहुत बड़े हिस्से पर पड़ता है, उस देश को आखिर कब तक इंतजार करना पड़ेगा?

07:22 PM, 26th Sep
विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र होने की प्रतिष्ठा और इसके अनुभव को हम विश्व हित के लिए उपयोग करेंगे। हमारा मार्ग जनकल्याण से जगकल्याण का है। भारत की आवाज़ हमेशा शांति, सुरक्षा, और समृद्धि के लिए उठेगी।

07:22 PM, 26th Sep
भारत की सांस्कृतिक धरोहर, संस्कार, हजारों वर्षों के अनुभव, हमेशा विकासशील देशों को ताकत देंगे। 

07:17 PM, 26th Sep
सिर्फ 4-5 साल में 600 मिलियन लोगों को Open Defecation से मुक्त करना आसान नहीं था, लेकिन भारत ने ये करके दिखाया।

07:16 PM, 26th Sep
आज भारत Digital Transactions के मामले में दुनिया के अग्रणी देशों में है। आज भारत अपने करोड़ों नागरिकों को Digital Access देकर Empowerment और Transparency सुनिश्चित कर रहा है। 

07:15 PM, 26th Sep
आज भारत अपने गांवों के 150 मिलियन घरों में पाइप से पीने का पानी पहुंचाने का अभियान चला रहा है। कुछ दिन पहले ही भारत ने अपने 6 लाख गांवों को ब्रॉडबैंड ऑप्टिकल फाइबर से कनेक्ट करने की बहुत बड़ी योजना की शुरुआत की है।

07:00 PM, 26th Sep
Pandemic के बाद बनी परिस्थितियों के बाद हम 'आत्मनिर्भर भारत' के विजन को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत अभियान, Global Economy के लिए भी एक Force Multiplier होगा। भारत में ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी योजनाओं का लाभ, बिना किसी भेदभाव, प्रत्येक नागरिक तक पहुंचे।

07:00 PM, 26th Sep
Women Entrepreneurship को Promote करने के लिए भारत में बड़े स्तर पर प्रयास चल रहे हैं। आज दुनिया की सबसे बड़ी Micro Financing Schemes का सबसे ज्यादा लाभ भारत की महिलाएं ही उठा रही हैं। भारत उन देशों में से एक है जहां महिलाओं को 26 Weeks की Paid Maternity Leave दी जा रही है।

06:59 PM, 26th Sep
- हमारा मंत्र- रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म। 
- भारत की दोस्ती किसी के खिलाफ नहीं होती। 
- भारत की आवाज आतंकवाद के खिलाफ उठेगी। भारत में सभी योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के साथ लोगों तक पहुंचे, ऐसे हमारे प्रयास हैं। 
 

06:58 PM, 26th Sep
- भारत को यूएन में निर्णायक भूमिका कब मिलेगी। 
- अगले वर्ष जनवरी से भारत सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के तौर पर भी अपना दायित्व निभाएगा।
-भारत की आवाज़ मानवता, मानव जाति और मानवीय मूल्यों के दुश्मन- आतंकवाद, अवैध हथियारों की तस्करी, ड्रग्स, मनी लॉन्डरिंग के खिलाफ उठेगी।
- महामारी के बाद बनी परिस्थितियों के बाद हम 'आत्मनिर्भर भारत' के विजन को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।

06:52 PM, 26th Sep
पीएम ने कहा- ये बात सही है कि कहने को तो तीसरा विश्व युद्ध नहीं हुआ, लेकिन इस बात को नकार नहीं सकते कि अनेकों युद्ध हुए, अनेकों गृहयुद्ध भी हुए। कितने ही आतंकी हमलों ने खून की नदियां बहती रहीं। इन युद्धों में, इन हमलों में, जो मारे गए, वो हमारी-आपकी तरह इंसान ही थे।

06:52 PM, 26th Sep
पीएम ने कहा- वो लाखों मासूम बच्चे जिन्हें दुनिया पर छा जाना था, वो दुनिया छोड़कर चले गए। कितने ही लोगों को अपने जीवन भर की पूंजी गंवानी पड़ी, अपने सपनों का घर छोड़ना पड़ा। उस समय और आज भी, संयुक्त राष्ट्र के प्रयास क्या पर्याप्त थे? 

06:51 PM, 26th Sep
पिछले 8-9 महीने से पूरा विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से संघर्ष कर रहा है।  इस वैश्विक महामारी से निपटने के प्रयासों में संयुक्त राष्ट्र कहां है?

06:44 PM, 26th Sep
अगर हम बीते 75 वर्षों में संयुक्त राष्ट्र की उपलब्धियों का मूल्यांकन करें, तो अनेक उपलब्धियां दिखाई देती हैं। अनेक ऐसे उदाहरण भी हैं, जो संयुक्त राष्ट्र के सामने गंभीर आत्ममंथन की आवश्यकता खड़ी करते हैं।

06:44 PM, 26th Sep
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- आज पूरे विश्व समुदाय के सामने एक बहुत बड़ा सवाल है कि जिस संस्था का गठन तब की परिस्थितियों में हुआ था, उसका स्वरूप क्या आज भी प्रासंगिक है? 

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