राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और उपनेता आनंद शर्मा ने यहां संसद भवन परिसर में कहा कि कांग्रेस सदस्यों ने सदन में कामकाज रोककर बैंक घोटाले के मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए नियम 267 के तहत नोटिस दिया था लेकिन सरकार इस बारे में जानकारी देने की अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है तथा प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए स्वयं ही वक्तव्य देना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि देश में एक के बाद एक घोटाले हो रहे हैं और लोगों की गाढ़ी कमाई के पैसे को लूटकर घोटालेबाज विदेश भाग रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ नीरव मोदी का दावोस में एक ही फ्रेम में फोटो है और दूसरे आरोपी मेहुल चौकसी को प्रधानमंत्री अपने आवास पर एक बैठक में बुलाते हैं तथा उसे नाम से संबोधित करते हैं। इससे मोदी की इनके साथ नजदीकी का पता चलता है तथा कहीं इसी कारण से तो इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है?
आजाद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी यह दावा करती है कि मोदी दुनियाभर में सबसे लोकप्रिय नेता हैं। अगर यह बात सही है तो वे अपनी जान-पहचान का इस्तेमाल कर घोटाले कर देश से भागे 4 आरोपियों को वापस क्यों नहीं लाते हैं? उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि सरकार नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, जतिन मेहता और ललित मोदी को वापस लाने के लिए क्या कर रही है? (वार्ता)