बता दें कि शरद पवार द्वारा 1999 में स्थापित पार्टी को रविवार दोपहर उस समय विभाजन का सामना करना पड़ा, जब उनके भतीजे अजित पवार उपमुख्यमंत्री के रूप में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए। अजित पवार के अलावा पार्टी के अन्य 8 विधायक भी सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। इनमें शरद पवार के वफादार कहलाने वाले छगन भुजबल और दिलीप वालसे पाटिल भी शामिल हैं।Powerful people…..
— Pratik Karpe (@CAPratikKarpe) June 24, 2023
Hon DCM @Dev_Fadnavis ji on fire again #DevendraFadnavis https://t.co/H4ZaC4lAvo pic.twitter.com/o54ShMTcrv