प्रशांत भूषण ने हिन्दुओं की भावना को किया आहत, मुकदमा दर्ज

सोमवार, 3 अप्रैल 2017 (11:18 IST)
वरिष्ठ अधिवक्ता, पूर्व आप नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत  भूषण द्वारा कई बार देश विरोदी टिप्पणी करने के बाद इस बार धर्म विरोधी ट्वीट किया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एंटी रोमियो दलों को 'एंटी कृष्ण स्क्वायड' कहने की चुनौती देते हिन्दुओं की भावना को आहत किया।
 
इस मामले में एक कांग्रेस नेता की तहरीर पर उनके खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ लखनऊ के अलावा एक मुकदमा दिल्ली में भी दर्ज हुआ है। दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता तेजिंदर बग्गा ने प्रशांत भूषण के इस ट्वीट के बाद दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में प्रशांत भूषण के खिलाफ हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का मामला दर्ज करवाया है।
 
वहीं, विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने प्रशांत भूषण के ट्वीट पर कहा कि आतंकवादियों, माओवादियों तथा बलात्कारियों को बचाने वाले अब बिलबिलाने लगे हैं। भगवान श्री कृष्ण दूषित बुद्धि की शुद्धि कर प्रशांत को शांत करें। इसी के साथ उन्होंने स्वराज इंडिया पर भी हमला साधा है उन्होंने पूछा कि क्या स्वराज इंडिया कृष्ण का अपमान कर दिल्ली में चुनाव जीतना चाहता है।
 
इससे पहले प्रशांत भूषण के खिलाफ उत्तर प्रदेश में कांग्रेस प्रवक्ता जीशान हैदर ने लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाई है। अपनी शिकायत में हैदर ने प्रशांत भूषण के खिलाफ कार्रवाई की मांग है।
 
अयोध्या में प्रशांत भूषण के ट्वीट का संतों ने विरोध किया है। निर्मोही अखाड़ा के प्रतिनिधि महंत रामदास ने कहा कि श्रीकृष्ण सभी धर्मों के आराध्य हैं। इस बयान पर प्रशांत भूषण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, यही नहीं सुप्रीम कोर्ट से प्रशांत भूषण की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशांत भूषण पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जाए।
 
भूषण की इस टिप्पणी की बीजेपी ने आलोचना की है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर भूषण को जवाब दिया. पात्रा ने लिखा,'कृष्ण को समझने में कई जन्म लेने पड़ेंगे. कितनी आसानी से कृष्ण को राजनीति में घसीट लाए. दुख की बात है.
 
 
उल्लेखनीय है कि प्रशांत भूषण ने रविवार को एक ट्वीट कर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला किया था। उन्होंने यह हमला योगी आदित्यनाथ सरकार में फिर सक्रिय हुए एंटी रोमियो स्क्वॉड पर किया था और इसी के जरिए उन्होंने यूपी की योगी सरकार को घेरा। अपने ट्वीट के जरिए प्रशांत भूषण ने कहा है कि रोमियो न केवल एक महिला को प्यार किया था जबकि कृष्ण प्रसिद्ध छेड़बाज थे। क्या आदित्यनाथ के अंदर हिम्मत है कि वह अपने निगरानी दल के सदस्यों को एंटी-कृष्ण स्क्वॉड बोलेंगे।
 
प्रशांत भूषण ने यूपी के सीएम द्वारा चलाए जा रहे 'एंटी रोमियो स्क्वॉड' की आलोचना करते हुए भगवान कृष्ण से छेड़खानी करने वालों की तुलना कर दी है। इसके साथ ही भूषण ने रोमियो को प्यार करने वाला करार दिया है। भूषण ने ट्वीट में कहा है 'रोमियो सिर्फ एक महिला से प्यार करता था, जबकि कृष्णा प्रसिद्ध ईव टीजर थे. आदित्यनाथ में इतनी हिम्मत है कि वह एंटी कृष्ण स्क्वॉड बना सकें।' प्रशांत भूषण ने एक ट्वीट कर रोमियो और श्रीकृष्ण की तुलना की। भूषण ने लिखा, 'रोमियो ने अपने जीवन में केवल एक ही लड़की से प्यार किया, जबकि कृष्ण तो कई लड़कियों के साथ छेड़खानी करने के लिए मशहूर हैं।'
 
 
भूषण के विवादित बोल :
ऐसा पहली बार नहीं है जब प्रशांत भूषण ने विवादित बयान दिया हो। भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में देशभर के जजों को मूर्ख और भ्रष्ट बता डाला था। वहीं, कश्मीर पर जनमत संग्रह बात करने पर प्रशांत भूषण के साथ मारपीट भी की गई थी। 
 
सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील भूषण ने नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती को लेकर जनमत संग्रह कराने की वकालत की थी। उनका कहना है कि सेना तैनाती से पहले इन इलाकों में लोगों की राय जरूर ली जाए, क्योंकि कश्मीर में बिना जनमत संग्रह के सेना तैनात की गई थी, इसलिए आज वहां तनाव है।
 
अक्टूबर 2011 में कश्मीर पर दिए विवादित बयान को लेकर प्रशांत भूषण को उनके चैंबर में तीन लोगों ने पीटा था। तीनों ने पहले भूषण को थप्पड़ मारे, फिर उनका चश्मा छीन लिया था। इस मामले में दिल्ली के नांगलोई के रहने वाले 24 वर्षीय इंदर वर्मा को गिरफ्तार किया गया था।

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