बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 6 नंबवर को पहले चरण की वोटिंग के पहले प्रशांत किशोर को लेकर जबरदस्त खुलासा हुआ है। दरअसल, चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में यह बात सामने आई है कि पीके का नाम दो राज्यों पश्चिम बंगाल और बिहार की वोटर लिस्ट में दर्ज है। यानी वे दो जगह से वोट कर सकते हैं।
बता दें कि प्रशांत किशोर ने 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की चुनावी रणनीति तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी। उस दौरान वे टीएमसी के राजनीतिक सलाहकार के रूप में काम कर रहे थे। इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में पीके पूरी ताकत से मैदान में हैं। उनकी पार्टी ने राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।
कहां के वोटर हैं प्रशांत किशोर : प्रशांत किशोर ने 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव में TMC के लिए चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम किया था। उनका मतदान केंद्र वहां सेंट हेलेन स्कूल, बी. रानीशंकारी लेन बताया गया है। वहीं, बिहार के रोहतास जिले में स्थित कोंअर गांव की वोटर लिस्ट में भी उनका नाम दर्ज है। यह प्रशांत किशोर का पैतृक गांव है, जो ससाराम संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत करगहर विधानसभा क्षेत्र में आता है। यहां उनका मतदान केंद्र माध्य विद्यालय, कोंअर है।
PK ने क्या कहा सफाई में : अखबार के मुताबिक, इस विवाद पर खुद प्रशांत किशोर ने तो कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उनकी टीम के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि बंगाल चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने बिहार में वोटर कार्ड बनवाया था और बंगाल वाला कार्ड रद्द कराने के लिए आवेदन भी दिया है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि बंगाल का नामांकन रद्द हुआ या नहीं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इस मामले पर बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने भी कोई टिप्पणी नहीं की।