करीब घंटे भर की कक्षा में मुखर्जी ने राजनीतिक इतिहास के अनेक पहलुओं को छुआ, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहराव और तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में अर्थव्यवस्था में हुए बदलाव, संप्रग सरकार द्वारा मनरेगा के माध्यम से रोजगार देने, खाद्य आयात करने वाले देश से लेकर खाद्यान्न निर्यातक तक भारत के विकास, इस्पात, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में असाधारण विकास और संविधान रचना के इतिहास जैसे क्षेत्र शामिल रहे।