प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद जताते हुए शनिवार को कहा कि सरकार 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सुधार जारी रखेगी। मोदी ने कहा कि अगली पीढ़ी की वस्तु एवं सेवा कर (GST) सुधार प्रक्रिया इस दिवाली से पहले पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे जीएसटी कानून सरल हो जाएगा और कीमतें कम होंगी।
प्रधानमंत्री ने निजी क्षेत्र से स्वच्छ ऊर्जा, क्वांटम प्रौद्योगिकी, बैटरी भंडारण, उन्नत सामग्री और जैव प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास में निवेश बढ़ाने का आग्रह किया। इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा, "हम जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि विश्व की वृद्धि में भारत का योगदान बहुत जल्द लगभग 20 प्रतिशत होने जा रहा है।"
मोदी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में जो वृद्धि दिख रही है, वह पिछले 10 वर्षों में व्यापक आर्थिक स्थिरता के कारण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद भारत का राजकोषीय घाटा 4.4 प्रतिशत तक कम हो गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियां पूंजी बाजारों से रिकॉर्ड धन जुटा रही हैं।
उन्होंने कहा कि बैंक अब काफी मजबूत हैं, महंगाई बहुत कम है, ब्याज दरें कम हैं और चालू खाता घाटा नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हर महीने लाखों घरेलू निवेशक एसआईपी के जरिए पूंजी बाजार में हजारों करोड़ रुपए लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब आर्थिक बुनियाद मज़बूत होती है, तो सकारात्मक प्रभाव चारों ओर दिखाई देता है।
मोदी ने कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के जून के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि 22 लाख औपचारिक नौकरियां जुड़ी हैं, जो किसी एक महीने में अब तक की सबसे ज़्यादा संख्या है। उन्होंने कहा कि खुदरा महंगाई 2017 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लिए सुधार न तो कोई मजबूरी है और न ही संकट से प्रेरित, बल्कि यह प्रतिबद्धता और दृढ़ विश्वास का विषय है। मोदी ने कहा कि सरकार सुधारों की श्रृंखला शुरू करने से पहले प्रत्येक क्षेत्र का समग्र मूल्यांकन करती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद के हाल में संपन्न मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दलों द्वारा उत्पन्न व्यवधानों के बावजूद सरकार ने सुधारों को जारी रखा। भाषा Edited by : Sudhir Sharma