प्रधानमंत्री मोदी : देखिए, इंडिया को कुछ भी बनने की जरूरत नहीं है। इंडिया को इंडिया ही बनना चाहिए। ये वो देश है, जो कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था। हम जहां थे, वहां से नीचे आए हैं। फिर से उठने की हमारी संभावनाएं बड़ी हैं। दूसरी बात है, अगर आप पिछली पांच शताब्दी या दस शताब्दी का डिटेल देखेंगे, तो आपके ध्यान में आएगा, कि भारत और चीन ने हमेशा एक साथ विकास किया है। पूरे विश्व की जीडीपी में दोनों का योगदान हमेशा समान रहा है, और पतन भी दोनों का साथ-साथ हुआ है। ये युग फिर से एशिया का आया है। और बहुत तेजी से भारत और चीन दोनों साथ साथ विकास कर रहे हैं।