गोवा में बुधवार को जी-20 पर्यटन मंत्रिस्तरीय बैठक के उद्घाटन सत्र में मोदी का एक रिकॉर्डेड संदेश प्रसारित किया गया। अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि पर्यटन में सौहार्दपूर्ण समाज बनाने की क्षमता है।उन्होंने कहा, ऐसा कहा जाता है कि आतंकवाद बांटता है, लेकिन पर्यटन एकजुट करता है।
भारत में वर्ष 2024 में होने वाले अगले आम चुनाव का उल्लेख करते हुए मोदी ने जी-20 प्रतिनिधियों को लोकतंत्र की जननी में लोकतंत्र के उत्सव को देखने के लिए देश आने का न्योता दिया। उन्होंने कहा, करीब 10 लाख मतदान केंद्रों के साथ, आपके लिए इस त्योहार को देखने के लिए स्थानों की कोई कमी नहीं होगी।
उन्होंने विभिन्न जी-20 देशों के मंत्रियों और अन्य प्रतिनिधियों को बधाई दी और कहा, मैं अतुल्य भारत में आप सभी का स्वागत करता हूं। अतुल्य भारत पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे एक लोकप्रिय अभियान की टैगलाइन भी है।
मोदी ने कहा, भारत की यात्रा सिर्फ दर्शनीय स्थलों की यात्रा के बारे में नहीं है बल्कि यह एक ऐसा अनुभव है, जिसे लंबे समय तक महसूस किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में अतिथि देवो भव कहा गया है, जिसका अर्थ है कि अतिथि भगवान का रूप होते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में केंद्र सरकार ने भारत में पर्यटन के पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने पर विशेष जोर दिया है। उन्होंने कहा, हमने पर्यटन क्षेत्र को अपने सुधारों के केंद्र बिंदु के रूप में रखा है। उन्होंने जी-20 मंत्रियों और अन्य प्रतिनिधियों से गोवा, इसकी प्राकृतिक सुंदरता और त्योहारों को जानने व समझने का आग्रह किया।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)