Priyanka Gandhi News: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वायनाड भूस्खलन त्रासदी को लेकर घोषित राहत पैकेज को अनुदान में बदला जाए तथा इसके क्रियान्वयन की अवधि बढ़ाई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि 529.50 करोड़ का राहत पैकेज पर्याप्त नहीं है तथा इस त्रासदी को 'राष्ट्रीय आपदा' घोषित नहीं करने से वहां के लोगों में निराशा है।
प्रियंका गांधी का कहना कि यह पैकेज 2 शर्तों के साथ : प्रियंका गांधी का कहना था कि यह पैकेज 2 शर्तों के साथ है। पहली शर्त है कि जो धनराशि वितरित की जाएगी, वो अनुदान के रूप में नहीं, बल्कि ऋण के रूप में दी जाएगी। दूसरी शर्त है कि राशि को 31 मार्च, 2025 तक पूरी तरह से खर्च किया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि ये शर्तें न केवल बेहद अनुचित हैं, बल्कि चूरलमाला और मुंडक्कई के लोगों के प्रति संवेदनशीलता की कमी भी दर्शाती हैं।
प्रियंका गांधी के अनुसार इस अपर्याप्त और सशर्त राहत पैकेज की घोषणा बेहद निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि वायनाड के लोग इस आपदा से बाहर निकलने के लिए हरसंभव सहायता और समर्थन के पात्र हैं। मैं आपसे उनकी दुर्दशा पर दया भाव से विचार करने का आग्रह करती हूं। कांग्रेस महासचिव ने आग्रह किया कि राहत पैकेज को अनुदान में बदलें और इसके क्रियान्वयन की समयावधि बढ़ाएं। इससे उन्हें अपने जीवन को पटरी पर लाने में मदद मिलेगी।(भाषा)