उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'हरियाणा में कानून व्यवस्था का फ़िर दीवाला निकला। गुडगांव में अराजक तत्वों द्वारा अबोध बच्चों की स्कूल बस पर खौफनाक हमला। रोडवेज़ की बस को किया आग के हवाले। शासन-प्रशासन का कहीं नहीं नामोनिशां। बच्चों व बेक़सूर नागरिकों का क्या कसूर? फिर नाकारा साबित हुई खट्टर सरकार!
इस बीच पद्मावत फिल्म को लेकर कांग्रेस का रूख पूछे जाने पर पार्टी के प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कोई सीधा जवाब नहीं देते हुए संवाददाताओं से कहा कि यह प्रश्न सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से पूछा जाना बेहतर होगा। उन्हीं के मंत्रालय के तहत भारतीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड आता है। सेंसर बोर्ड ने ही इस फिल्म को स्वीकृति दी है तथा उसे उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय इसे जायज ठहराया है। (भाषा)