दरअसल, यह बात सामने आई थी कि निविदा में बोली लगाने वाली 6 कंपनियों में से एक सीआरआरसी पायोनियर इलेक्ट्रिक थी जिसमें चीन की सीआरआरसी की संयुक्त साझेदारी है। रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि संशोधित टेंडर भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया' नीति की प्राथमिकता के अनुरूप है। यह टेंडर आगे बढ़ाने, नियंत्रण और अन्य उपकरणों के साथ-साथ 44 जोड़ी ट्रेन के डिब्बों के लिए है।
मंत्रालय ने यह भी बताया कि बोली से पहले टेंडर के लिए बैठक 29 सितंबर को होगी और इसे (टेंडर को) 17 नवंबर को खोला जाएगा। बोली दस्तावेज में कहा गया है कि इन ट्रेनों का विनिर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई, रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला तथा मॉडर्न कोच फैक्टरी रायबरेली में किया जाएगा। (भाषा)